धरती पर वापस आ रहा है 24 साल पुराना सैटेलाइट, वायुमंडल में पहुंचते ही बन जाएगा आग का गोला; क्या है वैज्ञानिकों का प्लान?
Salsa Satellite यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का सैटेलाइट Salsa 24 साल बाद धरती पर वापस आ रहा है। इसे साल 2000 में मैग्नेटोस्फीयर पर जानकारी जुटाने के लिए लांच किया गया था। हालांकि अब इसे खास मकसद से वापस धरती पर बुलाया जा रहा है लेकिन इसके पीछे एक बड़ा खतरा भी है। जानिए क्या है वैज्ञानिकों का इसे लेकर पूरा मिशन।
एएफपी, पेरिस। पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का 24 वर्षों तक अध्ययन करने के बाद यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी का एक सैटेलाइट रविवार को वायुमंडल में पुनः प्रवेश करेगा। हालांकि, इसे नष्ट करने के लिए वापस पृथ्वी पर लाया जा रहा है।
योजना के अनुसार एजेंसी इसे नियंत्रित तरीके से नीचे लाएगी, जिससे यह जलकर खत्म हो जाए और इसका बचा हुआ हिस्सा प्रशांत महासागर में गिरे। दरअअसल, स्पेस एजेंसी अंतरिक्ष के मलबे को कम करने के लिए इसे नष्ट कर रही है।
2000 में किया गया था लॉन्च
साल्सा नामक इस सैटेलाइट को साल 2000 में लॉन्च किया गया था। इसकी मदद से मैग्नेटोस्फीयर पर जानकारी जुटाई गई, जो कि पृथ्वी को सौर हवाओं से बचाने वाला एक शक्तिशाली चुंबकीय ढाल है और जिसके बिना ग्रह रहने योग्य नहीं होता।ईएसए के अनुसार, पहली बार किसी सैटेलाइट की 'टार्गेटेड' री-इंट्री कराई जा रही है, जिसका अर्थ है कि यह एक विशिष्ट समय और स्थान पर पृथ्वी पर वापस गिर जाएगा, लेकिन वायुमंडल में फिर से प्रवेश करते समय इसे नियंत्रित नहीं किया जाएगा।
धरती पर किए गए कई अभ्यास
जमीन पर टीमों ने पहले ही 550 किलोग्राम (1,200 पाउंड) के सैटेलाइट के साथ कई अभ्यास किए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह चिली के तट से दूर दक्षिण प्रशांत के एक दूरदराज और निर्जन क्षेत्र में जल जाए।यह अनोखा पुनः प्रवेश साल्सा की असामान्य अंडाकार आकार की कक्षा के कारण संभव है। ग्रह के चारों ओर घूमने के दौरान, जिसमें ढाई दिन लगते हैं, उपग्रह 130,000 किलोमीटर (80,000 मील) तक भटक जाता है और केवल कुछ सौ किलोमीटर के करीब आता है।