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समुद्री यात्रा के दौरान 26 रोहिंग्या मुसलमानों की मौत, एक जर्जर जहाज पर सवार होकर 185 लोग कर रहे थे यात्रा

म्यांमार से विस्थापित किए जा रहे रोहिंग्या मुसलमानों पर यातनाओं और उनकी मौतों की खबरें लगातार आ रही हैं। ताजा मामले में 185 लोगों का एक दल जर्जर जहाज से यात्रा करते हुए इंडोनेशिया के तट के पास हादसे का शिकार हो गया।

By Piyush KumarEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 27 Dec 2022 08:12 PM (IST)
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खतरनाक समुद्री यात्राओं के दौरान 26 से अधिक रोहिंग्या मुसलमानों की मृत्यु हो गई। (फोटो सोर्स: एपी)

पिडिल, एजेंसी। संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी के मुताबिक एक महीने के दौरान इंडोनेशिया में खतरनाक समुद्री यात्राओं के दौरान 26 से अधिक रोहिंग्या मुसलमानों की मृत्यु हो गई। स्थानीय पुलिस अधिकारी फौजी के अनुसार एक दुखी कर देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि 185 लोग एक जर्जर जहाज पर सवार होकर पिडिल जिले के समुद्री किनारे पर यात्रा कर रहे हैं। इनमें थकी हुई महिलाएं और बच्चे भी हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि फटेहाल रोहिग्या मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं। लंबी समुद्री यात्रा के दौरान वे बिना पानी के डीहाइड्रेट और थके हुए दिख रहे हैं।

समुद्र में फेंक दी लाशें

शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त ने बताया कि इस लंबी यात्रा के दौरान 26 लोगों की मौत हो गई। रॉशिद नाम के शरणार्थी ने बताया कि उन्होंने नवंबर के आखिर में शरणार्थी शिविर छोड़ा था और तब से खुले समुद्र में यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऊंची लहरों और बीमारी की वजह से जहाज पर ही 20 लोगों की मौत हो गई थी। जिनकी लाशें समुद्र में फेंक दी गई। यूएनएचआर के मुताबिक इस साल 2000 से अधिक लोगों ने अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी में जोखिम भरी समुद्री यात्रा की है। इनमें से लगभग 200 लोगों की मौत हो चुकी है। एजेंसी की खबर के मुताबिक 180 लोगों को लेकर आ रहा एक अन्य जहाज गायब है।

स्थानीय लोग कर रहे हैं मदद

म्यांमार के रोहिग्या शरणार्थियों के लिए काम करने वाले अराकान प्रोजेक्ट के निदेशक क्रिस लेवा कहते हैं- हालिया समय में पहुंचने वाले शरणार्थी वे हैं जो छोटी कश्तियों से बांग्लादेश के कॉक्स बाजार जिले से निकले थे। ताकि स्थानीय कोस्ट गार्ड्स द्वारा उन्हें गिरफ्तार न कर लिया जाए। म्यांमार के सुरक्षा दलों पर यह आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने रोहिग्या मुसलमानों को बांग्लादेश और अन्य जगहों के लिए जने से पहले बड़ी संख्या में औरतों के साथ दुष्कर्म किए और उनके घरों में आग लगा दी।

इंडोनेशिया में यूएनएचसीआर के प्रतिनिधी ने बताया कि यहां के स्थानीय मछुवारों और प्राधिकारियों ने रविवार को 58 और सोमवार को 174 लोगों का बचाया। हम स्थानीय समुदाय द्वारा दिखाई गई इस मानवता के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं।

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