केन्या में कर विरोधी प्रदर्शन में 39 की मौत, 360 से अधिक घायल; हिंसा के चौंकाने वाले दृश्य आ रहे सामने
केन्या में नई कर वृद्धि के खिलाफ सरकार विरोधी प्रदर्शनों में अब तक 39 लोगों की जान चली गई। भारत ने भी केन्या में अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। प्रदर्शनकारी नए टैक्स का विरोध कर रहे हैं जिससे डायपर जैसी वस्तुओं की कीमत बढ़ जाएगी। यह राष्ट्रपति विलियम रुतो की सरकार के सामने आने वाला सबसे गंभीर संकट है।
एएनआई, नैरोबी। केन्या में नई कर वृद्धि के खिलाफ सरकार विरोधी प्रदर्शनों में अब तक 39 लोगों की जान चली गई। एएनआई के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने केन्या में इस सप्ताह एक नए दौर के विरोध प्रदर्शन के लिए कमर कस ली है। केन्या नेशनल कमीशन ऑन ह्यूमन राइट्स (केएनसीएचआर) ने सोमवार को मृतकों की संख्या की घोषणा की
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, केएनसीएचआर के रिकॉर्ड के मुताबिक केन्या में देशव्यापी कर कानून के विरोध प्रदर्शनों के संबंध में 39 लोग मारे गए हैं और 361 घायल हुए हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार जबरन या अनैच्छिक गायब होने के 32 मामले दर्ज हुए हैं और प्रदर्शनकारियों की 627 गिरफ्तारियां हुई हैं।
नए टैक्स लगाने से जनता काफी गुस्से में
केन्या में सरकार द्वारा नए टैक्स लगाने से जनता काफी गुस्से में है और बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को भीड़ संसद में प्रवेश कर गई और वहां आगजनी की। इसके बाद सांसदों को संसद भवन से सुरक्षित निकाला गया। प्रदर्शनकारी नए टैक्स का विरोध कर रहे हैं जिससे डायपर जैसी वस्तुओं की कीमत बढ़ जाएगी।राष्ट्रपति विलियम रुतो ने कही ये बात
विशेष रूप से, यह राष्ट्रपति विलियम रुतो की सरकार के सामने आने वाला सबसे गंभीर संकट है, क्योंकि उन्होंने सितंबर 2022 में एक ऐसे देश में गहरे विभाजनकारी चुनाव के बाद पदभार संभाला था, जिसे अक्सर अशांत क्षेत्र में स्थिरता का प्रतीक माना जाता है। रुतो ने रविवार को एक टेलीविजन साक्षात्कार में कहा कि विरोध प्रदर्शन में 19 लोग मारे गए, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि मौतों की जांच की जाएगी।
मानवाधिकार संस्था ने कहा कहा कि केएनसीएचआर प्रदर्शनकारियों, चिकित्सा कर्मियों, वकीलों, पत्रकारों और चर्चों, चिकित्सा आपातकालीन केंद्रों और एम्बुलेंस जैसे सुरक्षित स्थानों पर की गई अनुचित हिंसा और बल की यथासंभव कड़े शब्दों में निंदा करता है।
नए टैक्स का विरोध कर रही है जनता
प्रदर्शनकारी नए टैक्स का विरोध कर रहे हैं, जिसमें इको-लेवी भी शामिल है। इससे डायपर जैसी वस्तुओं की कीमत बढ़ जाएगी। हालांकि ब्रेड पर कर लगाने का प्रस्ताव जनता के विरोध के बाद हटा दिया गया था। भारत ने भी केन्या में अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, क्योंकि कर वृद्धि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिससे अफ्रीकी राष्ट्र में भगदड़ मच गई।