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7th Indian Ocean Conference: भारत-ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों की बैठक, जयशंकर बोले - प्रशांत क्षेत्र, पश्चिम एशिया समेत कई मुद्दों पर हुई चर्चा

जयशंकर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री वोंग और अपने सिंगापुर के समकक्ष विवियन बालाकृष्णन के साथ सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। जयशंकर ने बैठक की कुछ तस्वीरों के साथ एक्स पर पोस्ट किया आज पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री SenatorWong से मिलकर खुशी हुई। हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी और हिंद महासागर से संबंधित मामलों पर अभिसरण पर अच्छा आदान-प्रदान हुआ।

By Jagran News Edited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Fri, 09 Feb 2024 04:52 PM (IST)
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग से मुलाकात की।

पीटीआई, पर्थ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग से मुलाकात की और द्विपक्षीय व्यापक रणनीतिक साझेदारी, भारत-प्रशांत क्षेत्र, पश्चिम एशिया की स्थिति और अन्य क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर चर्चा की। जयशंकर शुक्रवार से हिंद महासागर पर शुरू होने वाले दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलियाई शहर पर्थ में हैं।

जयशंकर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री वोंग और अपने सिंगापुर के समकक्ष विवियन बालाकृष्णन के साथ सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। जयशंकर ने बैठक की कुछ तस्वीरों के साथ एक्स पर पोस्ट किया, "आज पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री @SenatorWong से मिलकर खुशी हुई। हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी और हिंद महासागर से संबंधित मामलों पर अभिसरण पर अच्छा आदान-प्रदान हुआ। साथ ही इंडो-पैसिफिक, पश्चिम एशिया की स्थिति और अन्य क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर भी चर्चा की।

'हिंद महासागर सम्मेलन' इस क्षेत्र के देशों के लिए एक प्रमुख परामर्शदात्री मंच है, जो विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सम्मेलन का सातवां संस्करण ऑस्ट्रेलियाई सरकार के विदेश मामलों और व्यापार विभाग के साथ-साथ सिंगापुर के एस राजरत्नम स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज और पर्थ-यूएस एशिया सेंटर के सहयोग से 9 और 10 फरवरी को पर्थ में आयोजित किया जा रहा है।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि सम्मेलन में 22 से अधिक देशों के मंत्रियों और 16 देशों और छह बहुपक्षीय संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल एक साथ आएंगे। सम्मेलन में लगभग 40 देशों के 400 से अधिक सामाजिक और कॉर्पोरेट नेता, नीति व्यवसायी, विद्वान, पेशेवर और मीडिया कर्मी भी भाग लेंगे।

वर्ष 2016 में सिंगापुर में अपनी शुरुआत के बाद से, हिंद महासागर सम्मेलन ने क्षेत्र के देशों और प्रमुख समुद्री भागीदारों को आम मंच पर एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ताकि क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के लिए क्षेत्रीय सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया जा सके।