अब्दुल्ला ने कहा, अफगानिस्तान का अस्तित्व खतरे में, विदेशी सेनाओं की वापसी से रिक्तता की स्थिति
इधर अफगान सेना के हवाई हमलों में 33 आतंकवादियों की मौत हो गई। ये हवाई हमले बाल्ख प्रांत के कालदर और शोर टप्पेह में हुए। इन हमलों में 21 तालिबानी घायल हुए हैं। सभी तालिबानी आतंकी एक स्थान पर एकत्रित थे।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Thu, 01 Jul 2021 07:45 PM (IST)
काबुल, एएनआइ। अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने मौजूदा परिस्थितियों को देखकर कहा है कि देश की एकता और अस्तित्व दोनों ही खतरे में है। अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने यह गंभीर बात राष्ट्रपति पैलेस में शीर्ष नेताओं की एक बैठक में कही। इस बैठक में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी व अन्य नेता भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में चारों तरफ गंभीर खतरे हैं, ऐसी स्थिति में हमें शांति चाहिए। विदेशी सेनाओं की वापसी से रिक्तता की स्थिति बन रही है।
उन्होंने कहा कि तालिबान अब वार्ता धीमी और युद्ध की गति तेज किए हुए है। हालांकि दोनों के ही प्रतिनिधि दोहा में हैं, फिर भी कोई प्रगति नहीं हो रही है। तालिबान वार्ता के नाम पर समय नष्ट कर रहे हैं।इधर अफगान सेना के हवाई हमलों में 33 आतंकवादियों की मौत हो गई। ये हवाई हमले बाल्ख प्रांत के कालदर और शोर टप्पेह में हुए। इन हमलों में 21 तालिबानी घायल हुए हैं। सभी तालिबानी आतंकी एक स्थान पर एकत्रित थे। अफगान सेना ने घुरियान में तालिबान के एक हमले को नाकाम कर दिया। इस संघर्ष में बीस आतंकी मारे गए।
इटली की सेना ने हेरात सैन्य अड्डा और एयरपोर्ट सौंपेनाटो सेना में शामिल इटली की सेना ने भी पूरी तरह से वापसी कर दी है। इटली की सेना के जिम्मे पिछले बीस साल से हेरात का सैन्य अड्डा और एयरपोर्ट थे। ये उसने अफगानिस्तान की सेना को सौंप दिए।
पाक किसी भी युद्ध में अमेरिका का सहयोगी नहीं बनेगा : इमरानपाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगानिस्तान के संदर्भ में कहा कि वह अब अमेरिका के साथ किसी भी युद्ध में सहयोगी नहीं बनेगा। अफगानिस्तान के मामले में पाक को बहुत बेइज्जती सहनी पड़ी है। उन्होंने कहा कि हम अमेरिका के साथ शांति में साझेदार बनेंगे, लड़ाई में नहीं। आइएएनएस के अनुसार इमरान ने नेशनल असेंबली में कहा कि वह अफगान सरकार के नेतृत्व में शांति वार्ता का पूरा सम्मान करेगा।