Taliban ने सभी राजनीतिक दलों पर प्रतिबंध लगाया, अंतरिम न्याय मंत्री बोले- इन पार्टियों को पसंद नहीं करता देश
अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान ने सभी राजनीतिक दलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अंतरिम न्याय मंत्री ने कहा कि इन पर्टियों की शरिया में न तो कोई हैसियत है और न ही इन दलों से कोई राष्ट्रीय हित जुड़ा है। बुधवार को काबुल में अपने मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए मौलवी अब्दुल ने कहा कि इन पार्टियों को देश पसंद भी नहीं करता है।
By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Thu, 17 Aug 2023 06:55 PM (IST)
काबुल, एएनआई। अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान ने सभी राजनीतिक दलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अंतरिम न्याय मंत्री शेख मौलवी अब्दुल हकीम शराए ने बताया कि देश में सभी राजनीतिक दलों की गतिविधियां पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गई हैं।
मौलवी अब्दुल ने क्या कुछ कहा?
अंतरिम न्याय मंत्री ने कहा कि इन पर्टियों की शरिया में न तो कोई हैसियत है और न ही इन दलों से कोई राष्ट्रीय हित जुड़ा है। बुधवार को काबुल में अपने मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए मौलवी अब्दुल ने कहा,
इन पार्टियों को देश पसंद भी नहीं करता है।
कब लगाया गया प्रतिबंध?
डान समाचारपत्र के अनुसार, इससे पता चलता है कि तालिबान सत्ता पर एकाधिकार करना जारी रखे हुए है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अफगानिस्तान में अधिक समावेशी सरकार बनाने के दबाव का सामना कर रहा तालिबान देश में किसी राजनीतिक दल को अनुमति देना नहीं चाहता है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह प्रतिबंध कब लगाया गया।अफगान तालिबान पिछली सरकार के बदनाम और कठपुतली राजनेताओं को शामिल करने का विरोध कर रहा है। मौलवी अब्दुल का कहना है कि उनकी भागीदारी विदेशी कब्जे वाली ताकतों और उनके कठपुतलियों के खिलाफ उनके लंबे संघर्ष के साथ विश्वासघात होगी।