Afghanistan: काबुल में विस्फोट में दो लोगों की मौत, 12 घायल
अफगानिस्तान स्थित खामा प्रेस ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि गुरुवार को काबुल में एक विस्फोट के बाद दो लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। तालिबान द्वारा नियुक्त काबुल सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा कि विस्फोट काबुल के पीडी 18 में हुए ग्रेनेड विस्फोट के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि अपराधी का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
एएनआई, काबुल (अफगानिस्तान)। अफगानिस्तान की समाचार एजेंसी खामा प्रेस ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि गुरुवार को काबुल में एक विस्फोट के बाद दो लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए।तालिबान द्वारा नियुक्त काबुल सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा कि विस्फोट काबुल के पीडी 18 में हुए ग्रेनेड विस्फोट के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि अपराधी का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
एक अलग घटना में उत्तरी मजार-ए-शरीफ में एक और विस्फोट की सूचना मिली। खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने संभावित हताहतों के संबंध में कोई जानकारी साझा नहीं की है। ये हालिया विस्फोट मंगलवार को काबुल में हुए बम विस्फोट के बाद हुए हैं, जिसमें कम से कम तीन लोगों की जान चली गई।यह भी पढ़ें: Israel Hamas War: हौथिस ने दी अमेरिका और ब्रिट्रेन को चेतावनी, बोला- भारी कीमत चुकानी पड़ेगी
खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने संकेत दिया है कि इस विस्फोट ने विशेष रूप से काबुल के पश्चिमी दश्त-ए-बारची इलाके में जातीय हजारी समुदाय को निशाना बनाया।अफगानिस्तान में हिंसा और विस्फोटों की बार-बार होने वाली घटनाएं अफगानिस्तान के लोगों के सामने चल रही सुरक्षा चुनौतियों को दर्शाती हैं। खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआईएस-खुरासन ने काबुल के "काला-ए-नजीर स्टेशन" में नागरिकों पर हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें दो लोगों की जान चली गई और 14 अन्य घायल हो गए।
खालिद जादरान ने कहा कि विस्फोट शनिवार शाम करीब छह बजे (स्थानीय समयानुसार) हुआ। उन्होंने कहा कि हमले में एक मिनीबस वाहन शामिल था। आईएसआईएस की खुरासान शाखा ने एक बयान में दावा किया कि इस विस्फोट में 20 लोग मारे गए हैं।इससे पहले, दश्त-ए-बारची इलाके में एक सिटी बस पर हुए बम हमले में सात लोग मारे गए थे और 20 अन्य घायल हो गए थे।बता दें कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर जब से नियंत्रण किया है, सुरक्षा सुनिश्चित करना समूह के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती रही है। देश में आतंकवादी हमले होते रहते हैं, जिसके परिणामस्वरूप निर्दोष नागरिकों की जान चली जाती है।
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