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अफगान सरकार की नागरिकों से अपील, देश के लिए लड़ने को हो जाएं तैयार

अफगान सरकार अब नागरिकों की फौज तैयार करेगी जो तालिबान से मुकाबला करेगी। ये लड़ाके जनता के बीच से तैयार होंगे। इन्हें हथियार और प्रशिक्षण देने का एलान किया है। तालिबान और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष चरम पर पहुंच गया है।

By Monika MinalEdited By: Updated: Thu, 24 Jun 2021 04:29 PM (IST)
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अफगान सरकार की नागरिकों से अपील, देश के लिए लड़ने को हो जाएं तैयार
काबुल, एएनआइ।  अफगानिस्तान में तालिबान और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष चरम पर पहुंचने के बाद सरकार ने मुकाबले के लिए आर-पार की लड़ाई का फैसला किया है। अफगान सरकार ने अब नागरिकों से अपील की है कि वे देश के लिए लड़ने को तैयार हो जाएं। उन्हें प्रशिक्षण और हथियार सरकार उपलब्ध कराएगी।

हाल ही में नियुक्त हुए उप गृहमंत्री नकबुल्लाह फयाक ने कहा है कि अब समय आ गया है कि तालिबान से मुकाबला करने के लिए हर प्रांत में नागरिकों की फौज तैयार हो जाए। मजार ए शरीफ में उन्होंने जनता से अपील की कि जो अपने देश की रक्षा के लिए आगे आना चाहते हैं, उन्हें सरकार प्रशिक्षण के साथ हथियार भी उपलब्ध कराएगी। यही नहीं उन्हें खाद्य सामग्री, वाहन व अन्य उपकरण भी दिए जाएंगे।

अमेरिका और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के बीच व्हाइट हाउस में 25 जून को होने वाली वार्ता में पाकिस्तान को आशंका है कि तालिबान को उसके समर्थन करने का मुद्दा मुख्य वार्ता शामिल होगा। पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि अफगानिस्तान बेवजह अपने मुद्दों को पाक की तरफ भटकाने की कोशिश न करे।

तालिबान ने हाल ही में बाल्ख प्रांत में कई जिलों पर कब्जा कर लिया है। वे मजार ए शरीफ तक पहुंच गए थे। बाद में सुरक्षा बलों ने खदेड़ दिया। सीएनएन के अनुसार संयुक्त राष्ट्र की अफगानिस्तान के लिए विशेष दूत डेबोरा ल्योंस ने सुरक्षा परिषद को जानकारी दी है कि मई के शुरुआत तक अफगानिस्तान के 370 जिलों में से पचास जिलों पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। कुंदुज की प्रांतीय परिषद की सदस्य रबानी रबानी ने बताया कि तालिबान के लड़ाकों ने पहले यहां के कई जिलों और ताजिकिस्तान की सीमा पर कब्जा कर लिया था।

तालिबानी आतंकियों ने अस्पताल पर बरसाए राकेट

आइएएनएस के अनुसार कुनार प्रांत के असदाबाद शहर में एक अस्पताल पर आतंकवादियों ने लगातार कई राकेट दागे। हमले में यहां बना वैक्सीन डिपो नष्ट हो गया। घटना में हताहत होने की जानकारी नहीं दी गई है। एएनआइ के अनुसार साउथ चाइना मार्निग पोस्ट में अब्दुल बासित के लिखे एक लेख में आशंका जताई गई है कि अमेरिकी सेना की वापसी के बाद चीन के सीमा क्षेत्र में अफगानिस्तान के आंतकी हमला कर सकते हैं।