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अक्षता मूर्ति ने की घोषणा, कहा- अपनी सभी आय पर ब्रिटेन के करों का करेंगी भुगतान

इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी और यूके के वित्त मंत्री ऋषि सनक की पत्नी फैशन डिजाइनर अक्षता मूर्ति ने एक बयान घोषणा करते हुए कहा कि परेशानियों से बचने के लिए ब्रिटेन में सभी करों का भुगतान करेंगी।‌

By Ashisha RajputEdited By: Updated: Sat, 09 Apr 2022 05:17 PM (IST)
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अक्षता मूर्ति ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा
लंदन, पीटीआइ। इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति ने तमाम सवालों पर विराम लगाते हुए बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह भारत सहित अपनी सभी आय पर ब्रिटेन के करों का भुगतान करेंगी। अक्षता ने कहा वह ऐसा इसलिए कर रही हैं, ताकि मुद्दे को उनके पति व ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक का 'ध्यान भटकाने' से बचाया जा सके।

विपक्ष ने उठाया था सवाल

42 वर्षीय उद्यमी उस समय सुर्खियों में आ गई, जब यह सामने आया कि उसकी गैर-अधिवासित स्थिति का मतलब है कि वह ब्रिटेन में अपनी विदेशी आय पर कर का भुगतान करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य नहीं है। अक्षता मूर्ति के पास इंफोसिस की लगभग 0.9 फीसद हिस्सेदारी है और इसलिए भारतीय साफ्टवेयर सेवा प्रमुख से वह लाखों लाभांश प्राप्त करती हैं। आपको बता दें कि ब्रिटेन के फाइनेंस मिनिस्टर ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति भारत की प्रमुख आईटी सर्विसेज कंपनी Infosys के को-फाउंडर एन. आर. नारायण मूर्ति की बेटी हैं। अक्षता मूर्ति की अमीरी की बात करें तो वह ब्रिटेन की महारानी से भी ज्यादा अमीर हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इंफोसिस में हिस्सेदारी की वजह से अक्षता मूर्ति और उनके पति बीते कुछ दिनों से चर्चा में हैं।

अक्षता मूर्ति ने बयान में कहा

अक्षता मूर्ति ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा, 'हाल के दिनों में, लोगों ने मेरी कर व्यवस्था के बारे में सवाल पूछे हैं, स्पष्ट होने के लिए, मैंने इस देश में अपनी ब्रिटेन की आय पर कर और अपनी अंतरराष्ट्रीय आय पर अंतरराष्ट्रीय कर का भुगतान किया है।' उन्होंने आगे कहा, 'यह व्यवस्था पूरी तरह से कानूनी है और यूके में कितने गैर-अधिवासी लोगों पर कर लगाया जाता है। लेकिन यह स्पष्ट हो गया है कि कई लोगों को यह नहीं लगता कि यह मेरे पति की कुलाधिपति की भूमिका के अनुकूल है। मैं निष्पक्षता की ब्रिटिश भावना को समझती हूं और उसकी सराहना करता हूं और मैं नहीं चाहती कि मेरी कर स्थिति मेरे पति के लिए विचलित करने वाली हो या मेरे परिवार को प्रभावित करे।'

अक्षता मूर्ति ने कहा, 'इस कारण से, मैं अब कर के लिए प्रेषण के आधार का दावा नहीं करूंगी। इसका मतलब है कि अब मैं दुनिया में कहीं भी आय उत्पन्न होने पर लाभांश और पूंजीगत लाभ सहित अपनी सभी विश्वव्यापी आय के आधार पर यूके कर का भुगतान करूंगी। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं चाहती हूं, इसलिए नहीं कि यह नियमों के लिए मेरी जरूरत है। ये नई व्यवस्थाएं तुरंत शुरू होंगी और अभी समाप्त हुए कर वर्ष पर भी लागू होंगी।'