अमेरिका की आक्रामक शाही नीति का मिलकर करेंगे सामना! हवाना में क्यूबा के राष्ट्रपति से मिले इब्राहिम रईसी
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने क्यूबा की यात्रा की। क्यूबा की राजधानी हवाना में उन्होंने अपने समकक्ष राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल से मुलाकात की। बता दें कि अमेरिका ने दोनो देशों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Fri, 16 Jun 2023 04:22 AM (IST)
हवाना, एएफपी। क्यूबा की राजधानी हवाना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (Ebrahim Raisi) और क्यूबा राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल के बीच मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने अमेरिका पर जमकर निशाना साधा। राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल ने कहा कि दोनों देशों को वीरतापूर्वक, दृढ़ प्रतिरोध, प्रतिबंधों, दबावों, धमकियों, अवरोधों और अमेरिकी साम्राज्यवाद का सामना करना पड़ा है।
हवाना में अपने समकक्ष इब्राहिम रईसी की मेजबानी करते हुए, राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल ने कहा," दोनों देशों को "वीरतापूर्वक, दृढ़ प्रतिरोध, प्रतिबंधों, दबावों, धमकियों, अवरोधों और अमेरिकी साम्राज्यवाद और उसके सहयोगियों की उदासीनता का सामना करना पड़ा है।"बता दें कि अमेरिका ने देशों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। प्रतिबंधों के अलावा, अमेरिका ने दोनों देशों पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया है।
दोनों देशों के बीच हुए कई समझौते
दोनों राजनेताओं ने सीमा शुल्क, दूरसंचार और न्याय सहित क्षेत्रों में सहयोग पर ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की अध्यक्षता की। इब्राहिम रईसी ने एक व्यापार मंच में भाग लिया था, जहां उन्होंने कहा था कि ईरान साम्यवादी क्यूबा के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पनबिजली और थर्मोइलेक्ट्रिक संयंत्रों और खनन पर काम करेगा। क्यूबा के ईरानी राष्ट्रपति ने निकारागुआ और वेनेजुएला की भी यात्रा की।
निकारागुआ और वेनेजुएला भी पहुंचे इब्राहिम रईसी
वेनेजुएला में जाकर ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और वेनेजुएला में उनके समकक्ष निकोलस मादुरो (Nicolas Maduro) ने कहा कि उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य से लेकर खनन तक के क्षेत्रों में 25 समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।वहीं,निकारागुआ के राष्ट्रपति डैनियल ओर्टेगा ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक "मूल ज्ञापन" पर हस्ताक्षर किए गए, जो आर्थिक, वाणिज्यिक और वैज्ञानिक-तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने की कोशिश करेगा। ओर्टेगा ने कहा है कि तेहरान को शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु ऊर्जा का उपयोग करने का अधिकार है।