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Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में लोगों को पड़े खाने के लाले, देश छोड़कर भारत पहुंचे कई नागरिक

श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच सोमवार को आठ श्रीलंकाई नागरिक भारत पहुंचे जिनमें तीन पुरुष दो महिला तीन बच्चे शामिल हैं। ये सभी लोग आज तड़के दो बजे शरणार्थी के रूप में धनुषकोडी पहुंचे। श्रीलंका में लोग बुनियादी चीजों की भारी कमी का सामना कर रहे हैं।

By Arijita SenEdited By: Updated: Mon, 22 Aug 2022 12:10 PM (IST)
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श्रीलंका में आर्थिक तंगी का सामना कर रहे लोग पहुंच रहे भारत

धनुषकोडी, एजेंसी। श्रीलंका (Srilanka) में चल रहे आर्थिक संकट के बीच लोग अब देश छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। अब तक सैकड़ों लोग देश छोड़कर जा चुके हैं और दूसरे देशों में पनाह लिए हुए हैं। इसी बीच सोमवार को आठ श्रीलंकाई नागरिक भारत पहुंचे, जिनमें तीन पुरुष, दो महिला तीन बच्चे शामिल हैं। ये सभी लोग आज तड़के दो बजे शरणार्थी के रूप में धनुषकोडी (Dhanushkodi ) पहुंचे। श्रीलंका में लोगों को भोजन, दवा, रसोई गैस और ईंधन जैसी आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।

सीआईडी विंग कर रही है जांच

तमिलनाडु (Tamil Nadu) पुलिस की सीआईडी विंग की क्यू ब्रांच पुलिस ने बताया कि तीन परिवार जाफना, तलाईमन्नार और त्रिंकोमाली से आज धनुषकोडी आए हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों की जांच की जा रही है और तटीय सुरक्षा समूह पुलिस को इसका जिम्मा सौंपा गया है। इससे पहले भी कई श्रीलंकाई नागरिक भारत पहुंच चुके हैं। धनुषकोडी भारत में तमिलनाडु राज्य के पंबन द्वीप के दक्षिण-पूर्वी सिरे पर है। यह पंबन द्वीप के दक्षिण-पूर्व में स्थित है और श्रीलंका में तलाईमन्नार से लगभग 24 किलोमीटर पश्चिम में है।

श्रीलंका छोड़कर भाग रहे हैं लोग

बता दें कि श्रीलंका में उत्पन्न आर्थिक संकट ने लोगों को देश छोड़कर बाहर जाने के लिए मजबूर कर दिया है और अब लोग इसे एक विकल्प के तौर पर देख रहे हैं। ये सभी लोग आर्थिक रूप से काफी कमजोर शरणार्थी हैं और श्रीलंका में जन्में विकट परिस्थिति से बचने की कोशिश कर रहे हैं। श्रीलंकाई गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।

श्रीलंका में खाने पीने की किल्लत

इससे पहले मार्च में, तीन श्रीलंकाई तमिलों को भारतीय पासपोर्ट नियम और विदेशी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत पकड़ा था और रामेश्वरम अदालत के आदेश के बाद हिरासत में भेज दिया गया था। श्रीलंकाई तमिलों के पास भोजन की कमी के कारण जीवित रहने का कोई रास्ता नहीं बचा है। इसलिए श्रीलंका में आर्थिक संकट के बाद देश छोड़ रहे हैं और शरणार्थियों के रूप में भारत में प्रवेश करने की तैयारी करने की तैयारी में हैं।

बता दें कि श्रीलंका को 1948 में आजादी मिलने के बाद से सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, जिससे पूरे देश में भोजन, दवा, रसोई गैस और ईंधन जैसी आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी हो गई है।