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दलाई लामा को बदनाम करने की चीन ने चली एक और चाल, अब आठ साल के बच्चे के वीडियो को किया वायरल

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) ने हाल ही में तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के खिलाफ सोशल मीडिया पर स्मियर कैंपेन शुरू किया है। उसने 8 साल के बच्चे के वायरल वीडियो के जरिए दलाई लामा के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाया था। (फाइल फोटो)

By AgencyEdited By: Preeti GuptaUpdated: Wed, 31 May 2023 08:41 AM (IST)
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दलाई लामा को बदनाम करने की चीन ने चली एक और चाल
ल्हासा, एजेंसी। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) ने हाल ही में तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के खिलाफ सोशल मीडिया पर स्मियर कैंपेन शुरू किया है। दलाई लामा 1959 से भारत में शरण ले कर रह रहे हैं। उनकी मातृभूमि को चीन ने हथिया लिया था। इसी वजह से उन्हें वहां से भागने पर मजबूर किया गया था। चीन इससे पहले भी कई बार उन्हें नीचा दिखाने की कोशिशें कर चुका है। द डिप्लोमैट ने बताया कि चीन का यह अभियान कोई नया नहीं था क्योंकि चीन 1959 से अब तक हर माध्यम से उन्हें बदनाम करने की कोशिशें की हैं।

फरवरी में वायरल हुआ था वीडियो

सीसीपी दलाई लामा को बदनाम करने के लिए बस एक मौके की तलाश में रहता है। इसी साल फरवरी में दलाई लामा का एक बच्चे के साथ वीडियो वायरल हो रहा था। वीडियो में दिखाया गया था कि वह एक नाबालिग बच्चे के होंठ चूमते दिख रहे हैं। बच्चे के होंठ को चूमने के बाद वह उससे अपनी जीभ चूसने के लिए बोल रहे हैं। इसी मामले को सीसीपी ने उन्हें बदनाम करने का हथियार बना लिया। सीसीपी ने इसके माध्यम से उन्हें बदनाम करने के लिए रणनीतियां तैयार की।

दलाई लामा के खिलाफ फैलाया दुष्प्रचार

चीन ने इस क्लिप के माध्यम से चीन में नहीं, बल्कि दलाई लामा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करना शुरू किया। उन्होंने लोगों को दलाई लामा के खिलाफ मैनुपुलेट करना शुरू किया। जब प्रोपेगेंडा अधिकारियों ने जांच शुरू की तो उन्होंने पाया कि सीसीपी ने दलाई लामा को बदनाम करने के लिए वीडियो को मैनुपुलेट कर के दिखाया है। शिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए एक अंतरराष्ट्रीय समसामयिक पत्रिका द डिप्लोमैट ने बताया कि सीसीपी ने वीडियो को एक हिस्से को काट दिया था और यह दिखाना चाहा था कि वह 8 साल के बच्चे को चूमना चाहते थे और जबरन उससे अपनी जीभ को चूसने के लिए कह रहे थे। पार्टी ने यह दर्शाना चाहा था कि वह बच्चे का यौन शोषण कर रहे हैं।

लोगों ने की दलाई लामा की निंदा

सीसीपी ने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से इसे वायरल किया और वीडियो के साथ दलाई लामा की आलोचना भी की। यह क्लिप विश्व स्तर पर शासन-समर्थक लोगों के नेटवर्क और लिंक किए गए बॉट खातों के माध्यम से फैला है। कुछ ही दिनों में इसे लाखों हिट्स मिले। सीसीपी ने इस वीडियो के माध्यम से यह दिखाना चाहा था कि दलाई लामा एक बच्चे के साथ कुछ गलत करना चाह रहे हैं। लोगों ने इस बात के लिए लामा को लगातार ट्रोल भी किया। लोगों ने आधा-अधूरा सच मान कर उनकी निंदा करनी शुरू कर दी।

तिब्बत में है यह प्रथा

दलाई लामा का बच्चे के साथ ऐसा करना कोई जघन्य अपराध नहीं है, बल्कि यह एक प्रथा है। अधिकारियों को पता चला कि कम से कम दलाई लामा के पूर्व गृह क्षेत्र तिब्बत में बच्चों को मुंह से खाना खिलाना सामान्य है और यह परंपरा अभी भी मौजूद है। इस प्रथा के तहत, जब बुजुर्ग तिब्बतियों के पास अपने पोते-पोतियों को देने के लिए कुछ नहीं बचता है तो वे अपनी जीभ बाहर निकालते हैं और कहते हैं कि आप मेरी जीभ खा सकते हैं, क्योंकि मेरे पास और कुछ नहीं बचा है।

बच्चे के साथ नहीं हुआ था यौन शोषण

दलाई लामा ने इस प्रथा के तहत जीभ को खाने के बजाय बच्चे के द्वारा जीभ चूसना उचित समझा। अधिकारियों ने बताया कि यह वीडियो किसी भी तरह से यौन शोषण करना नहीं दिखाता है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद बच्चे के माता-पिता का इंटरव्यू लिया गया। उन्होंने भी कहा कि इसमें कुछ गलत नहीं था, बल्कि यह एक प्रथा है।