तुर्किये में घटिया सामग्री लगाने वाले बिल्डर होने लगे गिरफ्तार, 131 बिल्डरों को पकड़ने के लिए वारंट हुए जारी
तुर्किये में इसी साल होने वाले चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन पर ढहे भवनों को बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ गया है। इन भवनों के मलबे में दबकर हजारों लोगों की जान गई है और दसियों हजार घायल हुए हैं। (जागरण-फोटो)
By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Sun, 12 Feb 2023 10:31 PM (IST)
अंकारा, एपी। तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या 30 हजार का आंकड़ा पार कर गई है, 80 हजार से ज्यादा घायल हैं। इस बीच तुर्किये में घटिया सामग्री लगाकर भवन निर्माण करने वाले 131 लोगों की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी कर दिए गए हैं। इनमें से कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
सरकार की हो रही है तीखी आलोचना
छह फरवरी को आए भूकंप के दौरान ताश के पत्तों की तरह ढहे भवनों के लिए बिल्डर और राजनीतिक नेताओं के गठजोड़ को जिम्मेदार मानकर सरकार की तीखी आलोचना हो रही है। तुर्किये में इसी साल होने वाले चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन पर ढहे भवनों को बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ गया है। इन भवनों के मलबे में दबकर हजारों लोगों की जान गई है और दसियों हजार घायल हुए हैं।
एर्दोगन के सामने छवि बचाने की चुनौती
देश में जिस तरह से मुद्रा कमजोर हुई और महंगाई बढ़ी है उससे बेरोजगारी व अपराध बढ़े हैं। इन कारणों से एर्दोगन की मुश्किल पहले से ही बढ़ी हुई है। भूकंप से हुए नुकसान, अव्यवस्था और उससे निपटने में सरकारी तंत्र की ढिलाई ने सरकार की मुश्किल और बढ़ाई हैं। इसीलिए एर्दोगन बिल्डरों और भूकंप के बाद लूटमार में लगे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके सरकार की मजबूती का संदेश देना चाह रहे हैं।एक बिल्डर को रोककर किया गया गिरफ्तार
तुर्किये के कानून मंत्री ने कहा है कि भवनों के निर्माण में गड़बड़ी करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। शुक्रवार को इस्तांबुल एयरपोर्ट पर देश से बाहर जा रहे एक बिल्डर को रोककर गिरफ्तार किया गया। उस बिल्डर ने अंताक्या शहर में 12 मंजिल का लक्जरी अपार्टमेंट बनाया था।
सीरिया के विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में नहीं पहुंची मदद
सीरिया में भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित विद्रोहियों के कब्जे वाला उत्तर-पश्चिम इलाका है। यहां पर बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं और घायल हुए हैं। लाखों लोग बेघर हुए हैं। लेकिन वहां पर राहत और बचाव कार्य नहीं हो पा रहे हैं। वहां पर विद्रोही सरकारी मदद को नहीं पहुंचने दे रहे हैं। गृह युद्ध से बर्बाद देश के कई इलाकों में अंतरराष्ट्रीय मदद भी मुश्किल से पहुंच रही है।संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के प्रमुख ने कहा
विद्रोहियों को आशंका है कि मदद के बहाने सरकार प्रभावित इलाकों में अपनी पैठ बढ़ा सकती है। संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा है कि सीरिया के उत्तर-पश्चिम इलाके में पीड़ितों तक मदद पहुंचाने में हम अभी तक विफल हैं।
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