भारत से चोरी की गई कलाकृतियां आएंगी वापस, ऑस्ट्रेलिया ने लिया अहम फैसला
भारत से चोरी की गई कुल 14 कलाकृतियों को ऑस्ट्रेलिया ने वापस करने का फैसला किया है। इनमें पीतल और पत्थर की मूर्तियां और कुछ तस्वीरें हैं जो अभी ऑस्ट्रेलिया के नेशनल गैलरी की शोभा बढ़ा रहे हैं।
By Monika MinalEdited By: Updated: Thu, 29 Jul 2021 01:07 PM (IST)
केनबरा, एएनआइ। ऑस्ट्रेलिया के नेशनल आर्ट म्यूजियम (NGA) में रखी भारत की 14 कलाकृतियों (artworks) की वापसी हो रही है। इनमें पीतल व पत्थर की मूर्तियों के अलावा पेंटिंग व कुछ तस्वीरें शामिल हैं। 1989-2009 के बीच ये आर्टवर्क नेशनल म्यूजियम के अधिकार में शामिल किए गए। ये सभी आर्टवर्क कलाकृतियों की स्मगलिंग करने वाले डीलर सुभाष कपूर से लिए गए थे। यह जानकारी सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड (SMH) की ओर से दी गई।
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय उच्चायुक्त ने किया फैसले का स्वागतऑस्ट्रेलिया में भारतीय उच्चायुक्त मनप्रीत वोरा ने इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ' ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले के लिए भारत सरकार आभारी है।' इससे पहले 2014 में म्यूजियम की ओर से 5 मिलियन डॉलर की लागत वाली भगवान शिव की मूर्ति को वापस किया गया था। पीतल की इस मूर्ति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा गया था।
3 मिलियन डॉलर के हैं ये आर्टवर्कभारत सरकार को ये आर्टवर्क दिए जाएंगे जिनकी कीमत 3 मिलियन डॉलर है। नेशनल आर्ट म्यूजियम की ओर से बताया गया कि ये सभी कलाकृतियां चोरी के बाद तस्करी के जरिए यहां पहुंचीं हैं। NGA के निदेशक निक मित्जविच (Nick Mitzevich) ने बताया कि कपूर ने यह बता दिया था कि उसका बिजनेस वैध नहीं है। कपूर से खरीदे गए आर्टवर्क को चौथी बार ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिया जा रहा है। अभी सुभाष कपूर ऐसे ही मामलों में सजा काट रहा है।
सुभाष कपूर ने भारत से की थी तस्करी ऑस्ट्रेलिया की नेशनल गैलरी तक भारतीय आर्टवर्क को पहुंचाने वाला सुभाष कपूर न्यूयार्क का निवासी है और 2011 में इसे जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में गिरफ्तार किया गया था। यह कार्रवाई भारत की ओर से इंटरपोल को अलर्ट किए जाने के बाद की गई। भारत ने बताया था कि देश के दक्षिणी हिस्से से कलाकृतियों को लूटकर कपूर ने ऑस्ट्रेलिया तस्करी की। बता दें कि कपूर भारत के अलावा श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कंबोडिया, थाइलैंड, नेपाल, इंडोनेशिया व अन्य देशों में भी कलाकृतियों की स्मगलिंग करता था।