Quota Protest Bangladesh: बांग्लादेश सरकार ने बंद किया विश्वविद्यालय और कॉलेज, आरक्षण को खत्म करने की मांग हो रहा विरोध प्रदर्शन
Quota Protest Bangladesh बांग्लादेश में छात्र सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते दिनों छात्रों की पुलिस के साथ हुई झड़प में 6 छात्रों की मौत भी हो गई थी। वहीं अब बांग्लादेश की सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए स्कूल और कॉलेजों को अनिश्चित काल तक के लिए बंद कर दिया है। हालांकि अभी भी प्रदर्शन जारी है।
रायटर्स, ढाका। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी है। हजारों छात्र सड़कों पर उतरकर आरक्षण खत्म करने की मांग कर रहे हैं। आरक्षण के खिलाफ जारी इस प्रदर्शन ने अब हिंसक रूप ले लिया है।
पुलिस के साथ झड़प में 6 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल बताए जा रहे हैं।
बांग्लादेश में बंद हुए सार्वजनिक और निजी विश्वविद्यालय
हालात इतने ज्यादा खराब हो गए हैं कि ढाका सहित बांग्लादेश के अलग-अलग शहरों में स्कूल-कॉलेज और मदरसे बंद करने पड़े हैं।दक्षिण एशियाई राष्ट्र में सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों में कोटा को लेकर कई सप्ताह से विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं, जिसमें पाकिस्तान से 1971 के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के सदस्यों के लिए 30% आरक्षण शामिल है।
इस आरक्षण के कारण छात्रों में गुस्सा है। कुल 170 मिलियन लोगों में से लगभग 32 मिलियन युवा बांग्लादेशी काम या शिक्षा से वंचित हैं।
प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा चल रही अदालती कार्यवाही का हवाला देते हुए प्रदर्शनकारियों की मांगों को पूरा करने से इनकार करने के बाद प्रदर्शन और तेज हो गए है। इस दौरान कोटा का विरोध करने वालों को "रजाकार" करार दिया। यह शब्द उन लोगों के लिए प्रयोग किया जाता है, जिन्होंने 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना के साथ कथित रूप से सहयोग किया था।