Bangladesh Protest: बांग्लादेश में नहीं थम रही हिंसा, अवामी लीग के नेता के होटल में 24 लोगों को जिंदा जलाया
Bangladesh Protest सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देकर देश छोड़कर चले जाने के बाद बांग्लादेश में अराजकता फैल गई है। सोमवार देर रात भीड़ ने जोशोर जिले में जिला अवामी लीग के महासचिव शाहीन चक्कलदर के स्वामित्व वाले जाबिर इंटरनेशनल होटल में आग लगा दी जिसमें 24 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। इस घटना में मरने वाले ज्यादातर होटल में ठहरे लोग थे।
ढाका, पीटीआई। बांग्लादेश में रविवार को फिर से शुरू हुई हिंसा मंगलवार को भी जारी है। बांग्लादेश में एक इंडोनेशियाई नागरिक सहित कम से कम 24 लोगों को भीड़ ने जिंदा जला दिया। बांग्लादेश में हिंसा के बाद से ही लोग अवामी लीग पार्टी के एक नेता के होटल में रुके हुए थे।
यह घटना ऐसे समय हुई जब पार्टी की नेता शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़कर चली गईं हैं। स्थानीय पत्रकारों और अस्पताल सूत्रों ने मंगलवार को जानकारी दी कि सोमवार को रात करीब 1 बजे के बाद अज्ञात लोग आए और होटल को आग लगा दी, जिसमें 24 लोगों की मौत हो गई।
मलबे में दबे हो सकते हैं कई शव
ढाका के एक स्थानीय पत्रकार ने बताया कि मृतकों में एक इंडोनेशियाई नागरिक भी शामिल है। उन्होंने कहा कि जोशोर जनरल अस्पताल के चिकित्सकों ने पुष्टि की है कि उन्होंने 24 शव की गिनती की है, जबकि जीवित बचे होटल कर्मचारियों को डर है कि मलबे में और भी शव हो सकते हैं।नीचे लगाई आग, ऊपर तक फैली
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अवामी लीग सरकार का विरोध करने वाली उग्र भीड़ ने होटल के भूतल पर आग लगा दी और यह शीघ्र ही ऊपरी मंजिलों तक फैल गई।सरकारी आवासों पर कसाथ तोड़फोड़
पूरे बांग्लादेश से लगभग एक जैसी खबरें आईं हैं और वहां गुस्साई भीड़ ने अवामी लीग के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के आवासों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में एकसाथ तोड़फोड़ की।बांग्लादेश की संसद भंग
बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को बांग्लादेश की संसद को भंग कर दिया। रविवार को बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद सेना ने सुरक्षा की कमान अपने हाथ में ली।राष्ट्रपति ने चर्चा के बाद लिया फैसला
मंगलवार को बांग्लादेश के राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि संसद को भंग करने का निर्णय सशस्त्र बलों के तीनों प्रमुखों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, नागरिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और आंदोलनकारी छात्रों के नेताओं के साथ राष्ट्रपति की चर्चा के बाद लिया गया।चुनाव का रास्ता साफ, कई लोग जेल से रिहा
- संसद को भंग करने के राष्ट्रपति के कदम ने देश में नए सिरे से चुनाव कराये जाने का रास्ता साफ कर दिया है।
- बीएनपी अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा कर दिया गया है।
- इसके अलावा एक जुलाई से अगस्त के बीच गिरफ्तार किये गए लोगों को रिहा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
- बांग्लादेश में हिंसा शुरू होने के बाद जेल से कई लोगों को पहले ही रिहा किया जा चुका है।