सिर्फ 45 मिनट हैं आपके पास... सेना प्रमुख का अल्टीमेटम और शेख हसीना का इस्तीफा; बांग्लादेश में तख्तापलट की इनसाइड स्टोरी
आरक्षण विरोधी हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने सोमवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। देश छोड़ने से पहले हसीना राष्ट्र को संबोधित करना चाहती थीं लेकिन उनकी सुरक्षा दल ने इस प्रस्ताव को नहीं माना। मालूम हो कि देश में लंबे समय से जारी हिंसक प्रदर्शन में अब तक 300 से अधिक लोग मारे गए हैं।
डिजिटल डेस्क, ढाका। बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने सोमवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। पूर्व पीएम इस्तीफा देने के बाद अब सुरक्षित जगह पर चली गई हैं। इससे पहले सेना ने शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया था, जिसके बाद उन्होंने जल्दबाजी में राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
प्रदर्शनकारियों ने हसीना के सरकारी आवास पर बोला धावा
वहीं, शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद हजारों प्रदर्शनकारियों ने उनके सरकारी आवास पर धावा बोल दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कई प्रदर्शनकारी उनके आवास से महंगे गिफ्ट और कई तरह के सामान अपने हाथों में लिए हुए नजर आ रहे हैं।
देश को करना चहती थीं संबोधित
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, देश छोड़ने से पहले हसीना राष्ट्र को संबोधित करना चाहती थीं, लेकिन उनकी सुरक्षा दल ने इस प्रस्ताव को नहीं माना।अंतरिम सरकार चलाएगी देशः सेना प्रमुख
वहीं, शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद गहराई राजनीतिक संकट पर सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अब अंतरिम सरकार ही देश चलाएगी। उन्होंने बताया कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद एक बैठक की गई, जिसमें सेना के साथ चर्चा में मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
देश में संकट का दौर चल रहा है। मैंने विपक्ष के नेताओं से मुलाकात की है और सभी ने एक साथ मिलकर देश को चलाने के लिए एक अंतरिम सरकार बनाने का फैसला किया है। मैं आपकी जान-माल की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और वादा करता हूं कि आपकी मांगें पूरी की जाएंगी। कृपया हिंसा रोकें।- लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां, सेना प्रमुख