Bangladesh Protest: 'खून की कीमत पर नहीं चाहते सुधार…', बांग्लादेशी छात्रों ने स्थगित किया विरोध प्रदर्शन
Bangladesh Student Protests बांग्लादेश में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को 48 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया है। समूह के नेता ने कहा कि वह देश में खून की कीमत पर सुधार नहीं चाहते हैं। सरकारी नौकरियों में प्रवेश के लिए राजनीतिक कोटे के खिलाफ शुरू हुआ यह प्रदर्शन अब हिंसक रूप ले लिया है जिसमें कम से कम 163 लोगों की मौत हो गई है।
एएफपी, ढाका। बांग्लादेश में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को 48 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया है। घातक हिंसा में तब्दील हो चुके प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे बांग्लादेशी छात्र समूह ने इसकी घोषणा की है। समाचार एजेंसी एएफपी ने यह जानकारी दी है। समूह के नेता ने कहा कि वह देश में खून की कीमत पर सुधार नहीं चाहते हैं।
160 से अधिक लोगों की मौत
मालूम हो कि सरकारी नौकरियों में प्रवेश के लिए राजनीतिक कोटे के खिलाफ शुरू हुआ यह प्रदर्शन अब हिंसक रूप ले लिया है। वहीं, देश में अब तक कम से कम 163 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
राष्ट्रव्यापी इंटरनेट ब्लैकआउट
वहीं, इस प्रदर्शन के कारण देश में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सैनिक शहरों में गश्त कर रहे हैं। देश में गुरुवार से ही इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को बंद कर दिया गया है।कोर्ट ने दिया है ये आदेश
हिंसक प्रदर्शन के बीच वहां के सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी नौकरी के आवेदकों के लिए विवादास्पद कोटा प्रणाली में कटौती कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में 93 फीसद सरकारी नौकरियों को योग्यता आधारित प्रणाली के आधार पर आवंटित करने का आदेश दिया, जबकि शेष 7 फीसद नौकरियां 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले सेनानियों के रिश्तेदारों और अन्य श्रेणियों के लिए छोड़ी गईं। इससे पहले, इस प्रणाली ने युद्ध के दिग्गजों के रिश्तेदारों के लिए 30 फीसद ऐसी नौकरियों को आरक्षित किया था।
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