बांग्लादेश ने म्यांमार के 330 सैनिकों को भेजा स्वदेश, सैनिकों और विद्रोहियों के बीच झड़प के बाद छोड़ी थी चौकियां
बांग्लादेश ने गुरुवार को म्यांमार के 330 सैनिकों और नागरिकों को स्वदेश भेज दिया है। पिछले हफ्ते सैनिकों और विद्रोहियों के बीच झड़प तेज होने के बाद उन्होंने अपनी चौकियों को छोड़कर बांग्लादेश में शरण ली थी। इससे पहले पांच फरवरी को म्यांमार के सैनिकों और विद्रोही अराकान सेना के बीच बढ़ती लड़ाई के बीच म्यांमार से दागे गए मोर्टार के गोले सीमा पार एक गांव में गिरे थे।
पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश ने गुरुवार को म्यांमार के 330 सैनिकों और नागरिकों को स्वदेश भेज दिया है। पिछले हफ्ते सैनिकों और विद्रोहियों के बीच झड़प तेज होने के बाद उन्होंने अपनी चौकियों को छोड़कर बांग्लादेश में शरण ली थी। कई सैनिक हथियारों के साथ आए थे, जिन्हें हिरासत में रखा गया था।
मेजर जनरल सिद्दीकी ने क्या कुछ कहा?
बार्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के प्रमुख मेजर जनरल अशरफुज्जमां सिद्दीकी ने कहा कि जब म्यांमार के सैनिक जान बचाने के लिए सीमा पार कर रहे थे, तो मानवीय आधार पर उन्हें अस्थायी शरण दी गई थी। लेकिन भविष्य में और घुसपैठ की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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इससे पहले, पांच फरवरी को म्यांमार के सैनिकों और विद्रोही अराकान सेना के बीच बढ़ती लड़ाई के बीच म्यांमार से दागे गए मोर्टार के गोले सीमा पार एक गांव में गिरे थे। इसकी चपेट में आकर बांग्लादेश में दो लोगों की मौत हो गई थी। बढ़ते मामलों को देखते हुए ढाका ने म्यांमार के राजदूत को तलब किया है।
विदेश मंत्री हसन महमूद ने कहा कि म्यांमार सीमा पर सशस्त्र संघर्षों के कारण बांग्लादेश में हुई मौतों के लिए कड़ा संदेश दिया गया है।