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Bangladesh: शेख हसीना की होगी घर वापसी! बांग्लादेश ने बनाया प्लान, भारत का क्या होगा कदम?

Bangladesh News बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की स्वास्थ्य सलाहकार नूरजहां बेगम ने कहा कि शेख हसीना (Shekh Hasina) के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के दौरान एक हजार से अधिक लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं। बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने पिछले महीने हसीना और नौ अन्य के खिलाफ नरसंहार के आरोपों की जांच शुरू की थी।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Mon, 09 Sep 2024 08:52 AM (IST)
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शेख हसीना के खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी में बांग्लादेश। (File Photo)
पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को वापस बांग्लादेश लाने को लेकर वहां की अंतरिम सरकार प्रयासरत है। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण के वरिष्ठ वकील मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने रविवार को कहा कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत से प्रत्यर्पित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। उनकी सरकार के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व वाले जन आंदोलन के दौरान सामूहिक हत्याओं के आरोप का मुकदमा चलाया जाएगा।

हसीना के खिलाफ सख्त कदम

5 अगस्त को विरोधी प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भारत आ गईं थी। अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण के मुख्य अभियोजक मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने द डेली स्टार अखबार के हवाले से कहा कि जुलाई और अगस्त में छात्रों के नेतृत्व वाले प्रदर्शनों के दौरान सामूहिक हत्याओं के आरोपों का मुकदमा चलाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री हसीना को भारत के साथ प्रत्यर्पण संधि के तहत वापस लाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

ढाका में आईसीटी परिसर में आयोजित एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि जब अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण अपना काम फिर से शुरू करेगा, तो हम सामूहिक हत्या और मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए दर्ज मामलों के संबंध में शेख हसीना सहित सभी फरार आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में आवेदन दायर करेंगे।

बहुत चुनौतीपूर्ण और बड़ा काम

मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने कहा कि आईटी के साथ दर्ज नए मामलों की सुनवाई के लिए मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण अधिनियम में संशोधन के बारे में सरकार के साथ परामर्श के बाद निर्णय लिया जाएगा। आरोपियों के खिलाफ सूचना, दस्तावेज और सबूत देश भर से एकत्र किए जाने होंगे और उन्हें संकलित करके जांचना होगा। न्यायाधिकरण के समक्ष उचित तरीके से रखना होगा, जो बहुत चुनौतीपूर्ण और बड़ा काम है।

बांग्लादेश ने बैंकों से नकद निकासी पर सीमा हटाई

बांग्लादेश के केंद्रीय बैंक ने रविवार से बैंकों से नकद निकासी पर सीमा हटा दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बांग्लादेश बैंक के प्रवक्ता मोहम्मद मेजबुल हक ने शनिवार को घोषणा की कि नकद निकासी पर प्रतिबंध रविवार से लागू नहीं रहेगा।

उन्होंने कहा कि बैंक खाताधारक अब बिना किसी सीमा के अपने खातों से कोई भी राशि निकाल सकते हैं। यह प्रतिबंध कई हफ्तों से लागू था, क्योंकि छात्रों के नेतृत्व में हुए जन आंदोलन के बाद स्थिति अस्थिर थी। 5 अगस्त को शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 7 अगस्त को केंद्रीय बैंक ने बैंकों से प्रतिदिन नकद निकासी को प्रति खाता 100,000 टका तक सीमित करने को कहा था। पिछले सप्ताह नकद निकासी को प्रति खाता 500,000 टका प्रति दिन तक सीमित कर दिया गया था।

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