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Banking Sector: यूरोप-अमेरिका में बैंकिंग शेयरों में गिरावट बरकरार, बैंक सूचकांक 1.5 फीसदी गिरा

वरिष्ठ विश्लेषक जोसेफ ट्रेविसानी का कहना है कि पहले सिलिकॉन वैली बैंक फिर सिग्नेचर और क्रेडिट सूसे के धराशायी होने के बाद सभी को यह संदेह है कि वित्त क्षेत्र में कई और भी समस्याएं हैं। (फोटो रायटर)

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 25 Mar 2023 12:09 AM (IST)
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यूरोप-अमेरिका में बैंकिंग शेयरों में गिरावट बरकरार, बैंक सूचकांक 1.5 फीसदी गिरा
लंदन, रायटर। यूरोप और अमेरिका के बैंकिंग क्षेत्र में संकट लगातार बना हुआ है। बैंकों के शेयरों में लगातार गिरावट जारी है। एसएंडपी 500 बैंक सूचकांक 1.5 फीसदी कम रहा। यूरो में डॉलर के मुकाबले गिरावट आई और बॉन्ड्स से मिलने वाली आय घटी है।

जमाकर्ताओं एवं निवेशकों के साथ-साथ सरकारें चिंतित हैं कि कहीं यह संकट अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों में नहीं फैल जाए। वित्त विश्लेषकों का मानना है कि यूरोप के बड़े बैंकों में शामिल डायश बैंक और यूबीएस के धराशायी होने से साफ है कि यूरोप के नियामकों और केंद्रीय बैंकों ने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट से कुछ नहीं सीखा है।

बैंकों में नहीं पूरे वित्त क्षेत्र में दिक्कतें

वरिष्ठ विश्लेषक जोसेफ ट्रेविसानी का कहना है कि पहले सिलिकॉन वैली बैंक, फिर सिग्नेचर और क्रेडिट सूसे के धराशायी होने के बाद सभी को यह संदेह है कि वित्त क्षेत्र में कई और भी समस्याएं हैं। लोगों को इस बारे में आश्वस्त होने में वक्त लगेगा कि यह कुछ बैंकों की समस्या है और पूरे सिस्टम की समस्या नहीं है।

चेस इन्वेस्टमेंट काउंसल के प्रेसिडेंट पीटर टुज कहते हैं कि दो हफ्ते पहले माना जा रहा था कि सिर्फ सिलिकॉन वैली बैंक में ही समस्या है, लेकिन अब यह वैश्विक समस्या है और कोई यह नहीं जानता कि यह समस्या कहां खत्म होगी।

बैंकों में निवेश से घबराए निवेशक

आरबीसी वेल्थ मैनेजमेंट के निवेश रणनीति प्रमुख फ्रेडरिक कैरियर का कहना है कि ऐसी उम्मीद है कि यह समस्या सिर्फ एसवीबी और क्रेडिट सूसे तक ही सीमित रहा, लेकिन फिर भी छिटपुट जोखिम बरकरार हैं। यह संकट धीरे-धीरे दूर होगा और लोगों की इस क्षेत्र के बारे में चिंताएं बनी रहेंगी।

रोबोबैंक, नीदरलैंड के वरिष्ठ रणनीतिकार पॉल वैन डेर वेस्टिजन का कहना है कि यूरोपीय बैंक शायद अमेरिका की घटनाओं से प्रभावित हो रहे हैं। अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण बैंक संकट में हैं। नॉरडिया के मुख्य विश्लेषक जैन वॉन गेरिक का कहना है कि निवेशक बैंकों में निवेश करने को लेकर बेहद सतर्क हैं और प्रत्येक व्यक्ति जोखिम से बचना चाहता है।