अंटार्कटिका की बर्फ में फिर हुआ विशाल छिद्र
पॉलीन्या दरअसल, चारों तरफ से समुद्री बर्फ से ढका खुले पानी का क्षेत्र होता है। इस तरह के विशाल पॉलीन्या को 1970 में देखा गया था।
टोरंटो (प्रेट्र)। वैज्ञानिकों को अंटार्कटिका की जमी हुई समुद्री बर्फ में एक विशालकाय और रहस्यमय छिद्र दिखा है, जिसका श्रेत्रफल 80 हजार वर्ग किलोमीटर है। यह छिद्र असामान्य और विचित्र किस्म का है, क्योंकि यह आकार में काफी बड़ा है। दूसरा, यह उस तट से काफी दूर है, जहां अक्सर पानी के पैचेज देखे जाते हैं। इसे पॉलीन्या कहा जा रहा है। पॉलीन्या दरअसल, चारों तरफ से समुद्री बर्फ से ढका खुले पानी का क्षेत्र होता है। इस तरह के विशाल पॉलीन्या को 1970 में देखा गया था।
छिद्र बनने की वजह का पता नहीं : कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के प्रोफेसर केंट मूर के मुताबिक, अंटार्कटिका में पिछले महीने यह विशालकाय छिद्र देखा गया है। उस स्थान पर पानी के धब्बे देखे गए, जहां आप बर्फ होने की उम्मीद करते हैं। हालांकि, इस बारे में फिलहाल किसी को नहीं पता कि यह छिद्र कैसे बना।
पिछली बार खुद हो गया था गायब: शोधकर्ताओं के मुताबिक, वैसे इस तरह का छिद्र पहली बार नहीं देखा गया है। नासा अर्थ ऑब्जरवेटरी के अनुसार, वैज्ञानिकों ने साल 1974 में भी अंटार्कटिका में बिल्कुल ऐसा ही पॉलीन्या देखा था। हालांकि, यह खुद-ब-खुद गायब भी हो गया और उसके बाद दशकों तक यह दोबारा नहीं देखा गया। अगस्त 2016 में यह दोबारा देखा गया, लेकिन तब यह पहले वाले से काफी छोटा था। अब फिर से अस्तित्व में आया एक और विशाल छिद्र वाकई रहस्यमय है।
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