World News: जापान की सत्ताधारी पार्टी मुख्यालय पर फेंके बम; जर्मनी के चांसलर बोले- यूक्रेन युद्ध में पार्टी नहीं है नाटो
प्रधानमंत्री आवास की तारबंदी को कार से टक्कर मारने के बाद एक व्यक्ति ने जापान की सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के मुख्यालय में कई फायरबम फेंक दिए। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। वहीं जर्मनी के चांसलर ओलफ शुल्ज ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन युद्ध में अमेरिका के नेतृत्व वाला सैन्य संगठन नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) पार्टी नहीं है।
एपी, टोक्यो। प्रधानमंत्री आवास की तारबंदी को कार से टक्कर मारने के बाद एक व्यक्ति ने जापान की सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के मुख्यालय में कई फायरबम फेंक दिए। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। टोक्यो पुलिस ने सरकारी कामकाज में बाधा डालने के आरोप में हमलावर 49 वर्षीय अत्सुनोबु उसुदा को घटनास्थल से गिरफ्तार कर लिया है।
हमले की मंशा अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन मीडिया में आए समाचारों में कहा गया है कि इंटरनेट मीडिया पर उसुदा के बताए जा रहे पोस्ट के अनुसार, वह जापानी कानून के तहत चुनाव लड़ने के लिए आवश्यक धनराशि से असंतुष्ट है। इससे उसकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का संकेत मिलता है।यह घटना संदिग्ध चंदा और कर चोरी से जुड़े धन घोटाले के कारण एलडीपी की जनता के बीच लोकप्रियता घटने का प्रमाण है।
27 अक्टूबर को संसद के निचले सदन के लिए मतदान
पार्टी ने हाल ही में प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा को नया नेता चुनकर छवि सुधारने का प्रयास किया है, लेकिन कुछ प्रत्याशियों के साथ हुए दुर्व्यवहार को देखते हुए कोई लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। देश में 27 अक्टूबर को संसद के निचले सदन के लिए मतदान कराया जाएगा।यूक्रेन युद्ध में पार्टी नहीं है नाटो : शुल्ज
जर्मनी के चांसलर ओलफ शुल्ज ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन युद्ध में अमेरिका के नेतृत्व वाला सैन्य संगठन नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) पार्टी नहीं है। उन्होंने कहा, हम यूक्रेन के साथ तब तक खड़े हैं जब तक उसे जरूरत होगी लेकिन हम युद्ध का हिस्सा नहीं हैं।
शुल्ज ने यह बात अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के सामने संयुक्त पत्रकार वार्ता में कही है। उन्होंने कहा, हम (नाटो के सदस्य देश) प्रगाढ़ रूप से साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं लेकिन यह नहीं चाहते हैं कि यह युद्ध विस्तृत रूप ले और बर्बादी फैले। जबकि बाइडन ने कहा कि हम यूक्रेन की सैन्य सहायता और वहां के ऊर्जा क्षेत्र की मदद के बारे में विचार कर रहे हैं। रूस के हमलों के चलते दोनों ही क्षेत्रों को बड़ी सहायता की जरूरत है।
यूक्रेन में रूसी सेना के हमले जारी
यूक्रेन युद्ध को लेकर शुल्ज के रुख ने संकेत दे दिया है कि जर्मनी और नाटो में शामिल यूरोपीय देश युद्ध की तपिश से बचना चाहते हैं। वे यूक्रेन की सहायता में अपना ज्यादा नुकसान नहीं चाहते हैं। यूक्रेन के मसले पर उनके अमेरिका के साथ मतभेद होने के संकेत मिल रहे हैं। इस बीच यूक्रेन में रूसी सेना के हमले जारी हैं।