Rishi Sunak: ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक चार साल में पहली बार ले रहे छुट्टी, परिवार संग विदेश में बिताएंगे समय
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इस सप्ताह पारिवारिक छुट्टी लेंगे। इसकी जानकारी डाउनिंग स्ट्रीट ने दी है। ऋषि सुनक 4 साल में पहली बार अपने परिवार संग छुट्टी पर जाएंग। प्रधानमंत्री की प्रवक्ता ने सुरक्षा कारणों से उनके गंतव्य का खुलासा नहीं किया है लेकिन उन्होंने कहा कि वह गुरुवार से विदेश में सिर्फ एक सप्ताह का समय अपने परिवार के साथ बिताएंगे।
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इस सप्ताह पारिवारिक छुट्टी लेंगे। इसकी जानकारी डाउनिंग स्ट्रीट ने दी है। ऋषि सुनक 4 साल में पहली बार अपने परिवार संग छुट्टी पर जाएंग।
प्रधानमंत्री की प्रवक्ता ने सुरक्षा कारणों से उनके गंतव्य का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उन्होंने कहा कि वह गुरुवार से विदेश में सिर्फ एक सप्ताह का समय अपने परिवार के साथ बिताएंगे। इस दौरान सुनक की अनुपस्थिति के दौरान उपप्रधान मंत्री ओलिवर डाउडेन काम-काज संभालेंगे।
चार साल में पहली पारिवारिक छुट्टी
बता दें कि इससे पहले भी 43 वर्षीय ऋषि सुनक केवल कुछ घंटों के लिए स्पेन में पारिवारिक छुट्टी पर थे लेकिन जब पिछले साल सितंबर में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु हुई तो उन्हें ब्रिटेन वापस जाना पड़ा था।
सुनक के प्रेस सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने परिवार के साथ कुछ समय के लिए छुट्टियां लेंगे। लगभग चार साल पहले ट्रेजरी के मुख्य सचिव बनने के बाद वह पहली बार ऐसा कर रहे हैं। वह गुरुवार से सिर्फ एक सप्ताह के लिए अपने परिवार के साथ छुट्टी पर रहेंगे।
पत्नी अक्षता और बेटियों संग विदेश जाएंगे सुनक
प्रधानमंत्री सुनक, उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति और उनकी बेटियां कृष्णा और अनुष्का गुरुवार से एक सप्ताह के लिए विदेश में छुट्टी बिताएंगे।
फरवरी 2020 में तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा राजकोष के चांसलर के रूप में पदोन्नत किए जाने से पहले सुनक को जुलाई 2019 में ट्रेजरी का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था।
जुलाई 2022 में उन्होंने पार्टीगेट घोटाले के बीच जॉनसन के मंत्रिमंडल से चांसलर पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके कारण कंजर्वेटिव पार्टी के नेतृत्व का चुनाव लंबा चला और वह पूर्ववर्ती लिज ट्रस से हार गए थे।
बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार, सितंबर में नई दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए सुनक द्वारा भारत यात्रा करने की उम्मीद है।