Russia Ukraine Ceasefire: यूक्रेन के दो शहरों में संघर्षविराम बेनतीजा, एक-दूसरे पर आरोपों की भेंट चढ़ा समझौता
रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता में सुरक्षित रास्ता देने की बनी सहमति के बाद फायरिंग रोककर सुरक्षित कारिडोर बनाया गया। कुछ ही देर बाद प्रशासन ने नागरिकों को घर में रहने का निर्देश दिया और कहा कि रूसी सैनिक संघर्षविराम का उल्लंघन कर फायरिंग कर रहे हैं।
By Monika MinalEdited By: Updated: Sun, 06 Mar 2022 07:03 AM (IST)
कीव, रायटर। यूक्रेन में युद्ध के बीच दो शहरों-मारीपोल और वोल्नोवाख में फंसे लोगों को निकालने के लिए शनिवार को रूस का संघर्षविराम बेनतीजा रहा। शुरुआती घंटों की सक्रियता के बाद समझौता टूट गया और एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए दोनों पक्षों के बीच फिर से फायरिंग शुरू हो गई। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे यूक्रेन के अति राष्ट्रवादियों की हरकतों का नतीजा बताया, जो मुश्किल में फंसे लोगों को शहरों से निकलने नहीं देना चाहते। पुतिन ने इसे यूक्रेन के लिए खतरनाक बताया है।
रूस ने फेसबुक व ट्विटर पर लगाई रोकशनिवार को रूस ने फेसबुक के बाद ट्विटर पर भी रोक लगा दी। रूसी सरकार का आरोप है कि दोनों साइट उसके खिलाफ दुष्प्रचार कर रही हैं। संपन्न देशों के समूह जी 7 ने रूस पर नए प्रतिबंधों का एलान किया है। इटली में रूसी लोगों की संपत्तियां जब्त की गई हैं।
सीजफायर का उल्लंघनरूस और यूक्रेन के बीच वार्ता में शहरों में फंसे नागरिकों को सुरक्षित रास्ता देने की बनी सहमति के बाद शनिवार को मारीपोल और वोल्नोवाख में फायरिंग रोककर सुरक्षित कारिडोर बनाया गया। कुछ घंटे सब कुछ ठीक चला लेकिन उसके बाद मारीपोल में प्रशासन ने नागरिकों को घर में रहने का निर्देश दिया और कहा कि रूसी सैनिक संघर्षविराम का उल्लंघन कर फायरिंग कर रहे हैं, इसलिए खतरा उठाना ठीक नहीं। यूक्रेन ने अब रेडक्रास और पर्यवेक्षकों की देखरेख में नागरिकों को निकालने का काम शुरू करने की बात कही। जबकि रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन के अति राष्ट्रवादियों के हथियारबंद दस्ते नागरिकों को शहरों से निकलने नहीं दिया। वे नागरिकों को ढाल बनाकर रूसी सेना से लड़ना चाहते हैं और जिससे नागरिकों के हताहत होने पर रूस को बदनाम करने का मौका मिले। जिन दो शहरों में संघर्षविराम घोषित किया गया है, वे पूर्वी यूक्रेन का हिस्सा हैं और क्रीमिया के नजदीक हैं। दोनों शहरों पर हाल के दिनों में भीषण रूसी हमले हुए थे जिसके चलते वहां के लोग अब घर छोड़कर जाना चाहते हैं।
जरूरी सामान की किल्लत, रात-दिन बज रहे सायरनराजधानी कीव, खार्कीव, चार्निहीव और ओडेसा समेत कई शहरों को घेरकर रूसी सेना हफ्ते भर से हमले कर रही है। इस दौरान ओडेसा के नजदीक एक पुल उड़ा दिया गया है। मिसाइल हमले में यूक्रेन को मिले विदेशी हथियारों के भंडार गृह को नष्ट हो गया है। सूमी में रूसी सेना के प्रविष्ट होने की खबर है, वहां की सड़कों पर आमने-सामने की लड़ाई शुरू हो गई है। यहां पर भारतीय विद्यार्थियों के होने की खबर है। घेराबंदी और लगातार हमलों से शहरों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति रुक गई है जिससे वहां के लोग परेशान हो गए हैं। मानवाधिकार संगठनों ने यूक्रेन में गंभीर मानवीय संकट पैदा होने की आशंका जताई है। इस बीच देश से बाहर जाने वालों की संख्या बढ़कर करीब 15 लाख हो गई है। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गो को सुरक्षित स्थानों में पहुंचने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ रहा है। शहरों में हवाई हमलों के खतरे से सावधान करने वाले सायरन रात-दिन बज रहे हैं। यूक्रेनी सेना के लिए इन शहरों पर कब्जा बनाए रखना मुश्किल हो रहा है।
यूक्रेन के ज्यादातर सैन्य ठिकाने नष्ट : पुतिनरूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन को हथियार मुक्त किए बगैर रूसी हमले नहीं रुकेंगे। नौ दिनों में यूक्रेन के ज्यादातर सैन्य ठिकाने नष्ट कर दिए गए हैं। अब शहरों में लड़ाई हो रही है। रूसी सेना आबादी को बचाते हुए हमले कर रही है जबकि यूक्रेनी सेना और उसके साथ लड़ रहे हथियारबंद लोग उन्हें ढाल बना रहे हैं। पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन पर कार्रवाई का फैसला मुश्किल था। हम उसे तटस्थ भूमिका में देखना चाहते हैं।
विदेश से 66 हजार यूक्रेनी आकर हुए लड़ाई में शामिलयूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनीकोव ने बताया है कि विदेश में रह रहे 66,224 यूक्रेनी लोग देश में आकर रूसी सेना से लड़ रहे हैं। ये लोग 12 ब्रिगेड बनाकर रूसी सेना से लड़ रहे हैं। यूक्रेनी रक्षा मंत्री ने कहा, रूसी सेना के सैनिक और अधिकारी हतोत्साहित हैं। इसी के चलते वे लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं, युद्ध के मैदान से हथियार छोड़कर भाग रहे हैं। रेजनीकोव ने रूस के दस हजार से ज्यादा सैनिक मारे जाने का दावा किया है। कहा, अभी तक की लड़ाई में रूस के 269 टैंक नष्ट किए जा चुके हैं। जबकि 39 लड़ाकू विमान और 40 हेलीकाप्टर गिराए जा चुके हैं। जबकि रूस ने कहा है कि यूक्रेन के 82 विमान, 708 सैन्य वाहन, 74 राकेट लांचर और 56 ड्रोन नष्ट किए गए हैं।
स्टेशनों पर लोगों की भारी भीड़, कुत्ते-बिल्ली के साथ लाएयूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्रों से लोगों का पलायन जारी है। सुरक्षित रेलमार्गो पर ट्रेनों का परिचालन जारी है। इसी के कारण हजारों की संख्या में लोग रेलवे स्टेशनों पर एकत्रित हैं। स्टेशन आए लोगों में बच्चे, बुजुर्गो और महिलाओं की संख्या ज्यादा है। इनमें से कुछ व्हीलचेयर पर आए हैं। इनमें से कई अपने साथ पालतू कुत्ते और बिल्ली भी लाए हैं। ये लोग जरूरी सामान ही साथ ला सके हैं। इन्हें नहीं पता कि इनकी वापसी कब संभव होगी। लवीव शहर के स्टेशन पर पोलैंड सीमा तक जाने वाले हजारों लोगों की भीड़ लगी हुई है। अभी तक करीब सात लाख लोग यूक्रेन से पोलैंड पहुंच चुके हैं।
रूस-अमेरिका में चल रही बात, बेनेट पहुंचे मास्कोयूक्रेन युद्ध से विश्व में उपजी अनिश्चितता की स्थिति में रूस और अमेरिका एक-दूसरे के संपर्क में हैं। दोनों के बीच विचारों का आदान-प्रदान हो रहा है। समाचार एजेंसी तास के अनुसार शनिवार को यह रहस्योद्घाटन रूसी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने किया है। उन्होंने दोनों महाशक्तियों के बीच हो रही बातचीत का विवरण देने और माध्यम बताने से इन्कार कर दिया। यह बात सामने आने के कुछ घंटों बाद ही इजरायल के प्रधानमंत्री नाफ्ताली बेनेट ने मास्को पहुंचकर रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की और यूक्रेन संकट पर चर्चा की। इसके बाद बेनेट ने फोन से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी बात की। बेनेट इससे पहले दो बार पुतिन से फोन पर बात कर चुके हैं और उन्होंने मास्को आकर मध्यस्थता के लिए बात करने का प्रस्ताव रखा था। इजरायल को अमेरिका के बेहद नजदीक माना जाता है और यूक्रेन विवाद में वह शामिल भी नहीं है। रूस के साथ इजरायल के रिश्ते बहुत अच्छे नहीं हैं तो बुरे भी नहीं हैं। इसलिए माना जा रहा है कि अमेरिका के इशारे पर बेनेट इस मसले में सक्रिय हैं और दोनों पक्षों के लिए सम्मानजनक रास्ता बनाने में जुटे हैं।