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China-Taiwan Tension: ताइवान के चारों ओर 42 चीनी युद्धक विमान और नौसेना के आठ जहाज; बौखलाए चीन का युद्धाभ्यास

पराग्वे यात्रा के दौरान ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई के अमेरिका में रुकने और संबोधन से चीन बौखला गया है। उसने शनिवार को ताइवान के चारों ओर नौसेना और वायुसेना का संयुक्त अभ्यास शुरू किया है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि द्वीप के चारों ओर 42 चीनी युद्धक विमान और नौसेना के आठ जहाजों का पता चला है।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 19 Aug 2023 04:02 PM (IST)
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चीन और ताइवान के बीच तनातनी, युद्धाभ्यास शुरू (फोटो: एपी)
ताइपे, रायटर। पराग्वे यात्रा के दौरान ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई के अमेरिका में रुकने और संबोधन से चीन बौखला गया है। उसने शनिवार को ताइवान के चारों ओर नौसेना और वायुसेना का संयुक्त अभ्यास शुरू किया है। उसका कहना है कि यह ताइवान के लिए गंभीर चेतावनी है। लाई को अगले साल होने वाले चुनाव में राष्ट्रपति पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

ताइवान ने क्या कुछ कहा?

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि द्वीप के चारों ओर 42 चीनी युद्धक विमान और नौसेना के आठ जहाजों का पता चला है। इनमें केजे-500, वाई-9, जे-10, जे-11, जे-16 और एसयू-30 जैसे विमान शामिल हैं। बकौल रक्षा मंत्रालय,

यह भी जानकारी मिली है कि 26 विमानों ने ताइवान स्ट्रेट की मध्य सीमा रेखा पार की है। चीनी सेना की हरकतों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही जवाबी कार्रवाई में विमान, नौसैनिक जहाज और मिसाइलों की तैनात की गई है। उनकी सेना देश की स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखने में सक्षम है।

संयुक्त अभ्यास कर रही नौसेना और वायु सेना

वहीं, पीपल लिबरेशन आर्मी के पूर्वी कमांड का कहना है कि नौसेना और वायु सेना संयुक्त अभ्यास कर रही है। इस दौरान सेना की वास्तविक युद्ध क्षमताओं का परीक्षण किया जा रहा है। कमांड की ओर से इसे लेकर एक वीडियो भी जारी किया गया है। यह शनिवार का बताया जा रहा है।

इसमें जे-16 और जे-10 युद्धक विमान और नौसेना के जहाज गश्त करते नजर आ रहे हैं। तेजी से हमला करने वाले बोट की भी तैनाती की गई है।

गौरतलब है कि इस युद्धाभ्यास से कुछ घंटे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और दक्षिण कोरिया और जापान के नेता कैंप डेविड में रक्षा और आर्थिक सहयोग को और मजबूत बनाने को लेकर सहमत हुए हैं। उन्होंने ताइवान स्ट्रेट में शांति और स्थिरता को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सुरक्षा और समृद्धि के लिए अपरिहार्य बताया है।

ताइवान ने चीन को लेकर क्या कुछ कहा?

ताइवान ने चीन के इस कदम की निंदा की। साथ ही इसे उकसावे की कार्रवाई करार दिया। ताइवान ने कहा कि चीन को भी चुनाव करवाना चाहिए। इससे वहां के लोग रोमांचित होंगे।