China vs US : चीन ने संप्रभुता का हवाला दे अमेरिकी कार्रवाई का किया विरोध, जानें - क्या कहा
चीन ने मंगलवार को कहा कि वह आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ है। साथ ही वह आतंक विरोधी अभियान के दोहरे मानक और दूसरे देशों की संप्रभुता की कीमत पर ऐसा करने के भी विरुद्ध है। चीन हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ रहा है।
By Ramesh MishraEdited By: Updated: Tue, 02 Aug 2022 06:36 PM (IST)
बीजिंग, एजेंसी। ताइवान को लेकर ड्रैगन और अमेरिका के मध्य बढ़ते तनाव के बीच चीन ने मंगलवार को कहा कि वह आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ है। साथ ही वह आतंक विरोधी अभियान के दोहरे मानक और दूसरे देशों की संप्रभुता की कीमत पर ऐसा करने के भी विरुद्ध है।
काबुल में अमेरिकी ड्रोन हमले में अल-कायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी के मारे जाने के बारे में पूछे जाने पर चीन की सहायक विदेश मंत्री हुआ चुनयिंग ने मीडिया से कहा, 'हमने संबंधित खबरें देखी हैं। चीन हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ रहा है। हम सक्रिय रूप से अंतरराष्ट्रीय आतंक विरोधी अभियानों में शामिल रहे हैं। साथ ही हम मानते हैं कि आतंकवाद पर दोहरे मानक नहीं होने चाहिए और सभी तरह के आतंकवाद के खिलाफ लड़ा जाना चाहिए।'
हुआ ने कहा, 'आतंक विरोधी सहयोग दूसरे देश की संप्रभुता की कीमत पर नहीं किया जाना चाहिए।' अल-जवाहिरी की मौत की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को की। बाइडन ने कहा कि जवाहिरी शनिवार शाम को काबुल में एक घर पर सीआईए द्वारा किए गए ड्रोन हमले में मारा गया, जहां वह अपने परिवार के साथ पुनर्मिलन के लिए रूका हुआ था।
बता दें कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में छुपे आतंकी संगठन अल-कायदा के सरगना अयमान अल-जवाहिरी को ड्रोन हमले में मार गिराया। उस पर हेलफायर मिसाइलें दागी गई थीं। राष्ट्रपति जो बाइडन ने खुद जवाहिरी के मारे जाने का एलान किया और कहा कि 9/11 हमलों के पीडि़त परिवारों को न्याय मिल चुका है। अमेरिका स्थित वर्ल्ड ट्रेड टावर पर हमलों की साजिश जवाहिरी व ओसामा बिन-लादेन ने मिलकर रची थी।
लादेन को अमेरिकी नौसैन्य कमांडो दस्ते ने दो मई, 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद में मार गिराया था। इसके बाद जवाहिरी अल-कायदा का सरगना बन गया था। जवाहिरी (71) लादेन का विश्वस्त था। अमेरिका ने उस पर 2.5 करोड़ डालर का इनाम घोषित कर रखा था। वह काबुल स्थित एक सेफ हाउस में परिवार के साथ छुपा था।