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सिंगापुर में भारतीय मूल के सुरक्षा गार्ड को धक्का देने वाले चीनी नागरिक को हुई सजा, जेल में कटेंगे छह हफ्ते

आरोपी वांग लिन एक कंपनी में निदेशक के पद पर कार्यरत है। वो घटना के दिन अपने बीवी और बच्ची को मॉल लेने गया था। जिस वक्त यह पूरा वाक्या हुआ तब बारिश हो रही थी। जिसके चलते वांग लिन ने मॉल से सबसे करीबी सड़क पर अपनी गाड़ी पार्क की ताकि वो अपने परिवार को बारिश से बचा सके।

By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Mon, 28 Aug 2023 06:12 PM (IST)
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सुरक्षा गार्ड के उपचार के दौरान सामने आया कि उसकी बाईं कलाई में फ्रैक्चर हो गया था।

सिंगापुर, पीटीआई: सिंगापुर में भारतीय मूल के सुरक्षा गार्ड को धक्का देने के आरोप में चीनी नागरिक को छह सप्ताह जेल की सजा सुनाई गई है। आरोप है कि 42 वर्षीय चीनी नागरिक वांग लिन ने 6 नवंबर, 2021 को एक मॉल के भारतीय प्रकाश गोविंदन दामोदरन को से धक्का-मुक्की की। इस घटना में वह गिर गया, जिससे उसकी कलाई टूट गई।

बहस के बाद हुई धक्का-मुक्की

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आरोपी वांग लिन एक कंपनी में निदेशक के पद पर कार्यरत है। वो घटना के दिन अपने बीवी और बच्ची को मॉल लेने गया था। जिस वक्त यह पूरा वाक्या हुआ, तब बारिश हो रही थी। जिसके चलते वांग लिन ने मॉल से सबसे करीबी सड़क पर अपनी गाड़ी पार्क की, ताकि वो अपने परिवार को बारिश से बचा सकें।

पार्किंग को लेकर हुआ विवाद

बचाव पक्ष के वकील ने कोर्ट को बताया कि, मॉल के समीप गाड़ी पार्क करते वक्त सुरक्षा गार्ड प्रकाश सड़क पर एक शेवरॉन मार्क के पास खड़ा था। उसने वांग को रुकने का इशारा किया। वकील के मुताबिक सुरक्षा गार्ड प्रकाश द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद वांग ने अपनी गाड़ी वापस ले ली। बावजूद इसके गार्ड ने उसकी गाड़ी पर आगे के तरफ ठोकर मारी। जिससे नाराज होकर वांग की प्रकाश से भिड़ंत हो गई, इस दौरान आरोपी ने सुरक्षा गार्ड को अपने दोनों से जोर का धक्का मारा। जिसके बाद वो पीठ के बल सड़क पर गिर गया।

छह सप्ताह जेल की सजा

धक्का-मुक्की के बीच वांग की पत्नी ने बीच-बचाव किया, जिसके बाद आरोपी परिवार समेत मौके से रवाना हो गया। घटना के बाद प्रकाश को अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान सामने आया कि उसकी बाईं कलाई में फ्रैक्चर है। घटना के दो दिनों बाद वांग को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद कोर्ट ने उसे अप्रैल 2022 में दोषी करार दिया था। आरोपी के वकील के मुताबिक घटना के बाद से उनके मुवक्किल को बाद मानसिक तनाव और पीड़ा का सामना करना पड़ा है।