मालदीव में क्यों दाखिल हुआ था ड्रैगन का रिसर्च जहाज? अब हुआ रवाना... श्रीलंका ने अपने जल क्षेत्र में नहीं दी थी एंट्री
चीन का रिसर्च जहाज मालदीव से रवाना हो गया। मालदीव में दाखिल होने से पहले चीन का रिसर्च जहाज श्रीलंका में दाखिल होने की कोशिश कर रहा था लेकिन श्रीलंका ने अपने जल क्षेत्र में चीनी जहाज को दाखिल नहीं होने दिया। साथ ही अपने क्षेत्र में विदेशी रिसर्च जहाजों की एंट्री में एक साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।
पीटीआई, माले। चीन का रिसर्च जहाज मालदीव से रवाना हो गया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते चीन का 4500 टन वाला हाई टेक रिसर्च जहाज मालदीव पहुंचा था, जो बुधवार को यहां से रवाना हो गया।
क्या है पूरा मामला?
चीन के रिसर्च जहाज के मालदीव पहुंचने के साथ ही तरह-तरह के सवाल खड़े हो गए? आखिर चीनी जहाज मालदीव क्यों आया? इसको लेकर आधिकारिक तौर पर कहा गया कि चीनी जहाज 'जियांग यांग होंग 3' अपने कर्मियों के रोटेशन और पुनःपूर्ति के लिए एक पोर्ट कॉल करने के लिए मालदीव आया था।
यह भी पढ़ें: चीन के पूर्व विदेश मंत्री किन गैंग ने संसद से दिया इस्तीफा, NPC की स्थायी समिति ने किया स्वीकार
समाचार एजेंसी पीटीआई ने Adhadhu.com के हवाले से बताया कि 22 फरवरी को माले में डॉकिंग के बाद 'जियांग यांग होंग 03' मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) की सीमा पर लौट आया है। हालांकि, माले बंदरगाह से जाने करने के बावजूद ट्रैकिंग साइटों ने दो दिन पहले हुलहुमाले के पास जहाज का आखिरी संकेत दिखाया है।
हुलहुमाले माले से लगभग 10 किमी उत्तर पूर्व में है। जहाज 23 फरवरी को माले के पश्चिम में लगभग 7.5 किमी दूर थिलाफुशी में ठहरा हुआ था। रिपोट्स के मुताबिक, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जहाज ने 22 जनवरी को माले के रास्ते में ट्रैकिंग सिस्टम को बंद दिया होगा।