Afghanistan: अफगानिस्तान के तखर प्रांत में भूमि विवाद को लेकर संघर्ष, शरणार्थियों और स्थानीय नागरिकों के बीच तनाव बढ़ा
अफगानिस्तान के तखर प्रांत के ख्वाजा बहुद्दीन जिले में स्थानीय लोगों और पाकिस्तान से लौटे शरणार्थियों के बीच भूमि को लेकर तनाव बढ़ने लगा है और संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई है। हालांकि दोनों पक्षों के बीच विवाद सुलझाने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं।
By Devshanker ChovdharyEdited By: Updated: Mon, 19 Sep 2022 01:12 PM (IST)
तखर, एजेंसी। अफगानिस्तान के तखर प्रांत के ख्वाजा बहुद्दीन जिले में स्थानीय लोगों और पाकिस्तान से लौटे शरणार्थियों के बीच भूमि को लेकर तनाव बढ़ने लगा है और संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई है। तखर प्रांत के अधिकारियों ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच विवाद सुलझाने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। TOLO News के अनुसार, हाल ही में पाकिस्तान से आए शरणार्थी का कहना है कि वह इस इलाके के मुख्य निवासी है और इस जमीन पर उनका ही हक है। जिसे लेकर ख्वाजा बहाउद्दीन जिले के गुलबहार, महाजर केशलाक और नवबहार गांव में दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया है।
क्या है दोनों पक्षों के बीच विवाद
इस विवाद पर स्थानीय लोगों का कहना है कि यह भूमि उन्हें अफगानिस्तान की पूर्व सरकार ने दी है और वे लोग इस जगह पर पिछले 30 वर्षों से भी अधिक समय से रहते आ रहे हैं। स्थानीय निवासी पाकिस्तान से आए शरणार्थियों पर मारपीट करने का आरोप लगा रहे हैं। स्थानीय निवासी अब्दुल रहमान ने कहा, 'वे लोग (शरणार्थी) हमारे घरों में जबरन घूस गए, हमारे परिवार के लोगों को लात मारकर बाहर निकाल रहे हैं और हमारे साथ मारपीट कर रहे हैं।' इस मामले पर पाकिस्तान से आए शरणार्थी दुरानी ने कहा, 'मैं डर के मारे यहां से चला गया था और अब वापस आ गया हूं। अब ये लोग हमारे खिलाफ खड़े हो गए हैं और हमें घर और जमीन नहीं दे रहे हैं।'
कानून के जरिए सुलझाया जाए विवाद
जानकारी के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच बढ़ते विवाद को देखते हुए, कुछ स्थानीय निवासियों ने इस मुद्दे का हल कानून के जरिए खोजने की पहल की है। जिसपर प्रांत के अधिकारियों ने कहा कि वे इस मामले की जांच करेंगे और मामले को कानूनी सहायता के माध्यम से सुलझाएंगे। तखर सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता मुबीन सापाई ने कहा, 'एक पक्ष दावा कर रहा है कि उनकी जमीन को स्थानीय लोगों द्वारा कब्जा किया गया है और उनके पास इस संबंध में कोई कागजात नहीं है। वहीं, दूसरा पक्ष दावा कर रहा है कि ये जमीन उनकी है और उनके पास सभी कानूनी कागजात मौजूद हैं।'बता दें कि अफगानिस्तान में विवाद और संघर्ष के मामले में इजाफा हुआ है। देश के कई प्रांतों से स्थानीय निवासियों और शरणार्थियों के बीच संघर्ष की खबरें सामने आती रहती है।पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने पंजशीर प्रांत में हत्याओं की निंदा, रक्तपात समाप्त करने का किया आह्वान