Climate Change: अब तक का सबसे गर्म साल बनने की ओर वर्ष 2023, सितंबर में टूटे कई रिकॉर्ड
इस साल गर्मी ने कई सारे रिकॉर्ड तोड़े हैं। वर्ष 2023 में तापमान का स्तर पहले के मुकाबले ऊपर चढ़ा है। यूरोपीय संघ की कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सर्विस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वर्ष 2023 अब तक का सबसे गर्म साल बनने की ओर अग्रसर है। उसने बताया कि 2023 में वैश्विक औसत तापमान 0.52 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
रायटर्स, ब्रसेल्स। इस साल गर्मी ने कई सारे रिकॉर्ड तोड़े हैं। वर्ष 2023 में तापमान का स्तर पहले के मुकाबले ऊपर चढ़ा है। यूरोपीय संघ की कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सर्विस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वर्ष 2023 अब तक का सबसे गर्म साल बनने की राह पर है। उसने बताया कि 2023 में वैश्विक औसत तापमान 0.52 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
सितंबर अब तक का सबसे गर्म महीना
बता दें कि कोपरनिकस 1940 से रिकॉर्ड रख रहा है। इसके बाद से इस वर्ष का सितंबर महीना अब तक का सबसे असामान्य महीना रहा है। वैज्ञानिकों ने इसके पीछे जलवायु परिवर्तन और अल नीनो को बड़ा कारण बताया है।
कोपरनिकस की उपनिदेशक सामंता बर्गेस ने कहा कि सितंबर महीना में इस वर्ष देखे गए तापमान ने पिछले रिकॉर्डों को तोड़ दिया है। जानकारी के मुताबिक, सितंबर में औसत वायु तापमान 16.38 डिग्री सेल्सियस था, जो पिछले तीन दशक में 0.93 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म रहा।
जलवायु परिवर्तन बनी बड़ी वजह
इसके पीछे जलवायु परिवर्तन को बड़ी वजह माना जा रहा है। इस वर्ष सितंबर में लीबिया, ग्रीस, बुल्गारिया और तुर्किये में विनाशकारी बाढ़ आई, जिस वजह से हजारों लोगों की मौत हुई थी। वहीं, दूसरी ओर कनाडा में जंगल की आग और अमेरिका में दक्षिणी हिस्से में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़े।
साथ ही सितंबर में समुद्र के तापमान में भी बदलाव देखा गया है। समुद्र की सतह का औसत तापमान 20.92 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ये सब सितंबर महीने में ही हुआ है, जो इस वर्ष को सबसे अधिक गर्म साल बनने की ओर धकेल रहा है। अमेरिकी एजेंसी ने इन सब घटनाओं को देखते हुए कहा है कि 93 प्रतिशत संभावना है कि वर्ष 2023 सबसे गर्म साल बने।