कनाडा में एक बार फिर हिंदू मंदिर को बनाया गया निशाना, लिखे भारत विरोधी नारे; भारतीय दूतावास ने की जांच की मांग
कनाडा में एक बार फिर से एक हिंदु मंदिर को निशाना बनाया गया है। मिसिसॉगा में राम मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विरूपित करने की घटना सामने आई है। इस घटना को लेकर भारतीय दूतावास ने कनाडा के अधिकारियों से घटना की जांच करने का अनुरोध किया है।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Wed, 15 Feb 2023 08:15 AM (IST)
ओंटारियो (कनाडा): टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास (Consulate General of India) ने मंगलवार (स्थानीय समय) को मिसिसॉगा में भारत विरोधी भित्तिचित्रों (Anti-India-Graffiti) के साथ राम मंदिर को विकृत करने की निंदा की।
भारतीय दूतावास ने कनाडा के अधिकारियों से घटना की जांच करने और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने ट्वीट किया, ‘हम मिसिसॉगा में राम मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विरूपित करने की कड़ी निंदा करते हैं। हमने कनाडा के अधिकारियों से इस घटना की जांच करने और अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।’We strongly condemn the defacing of Ram Mandir in Mississauga with anti-India graffiti. We have requested Canadian authorities to investigate the incident and take prompt action on the perpetrators: Consulate General of India, Toronto, Canada
— ANI (@ANI) February 15, 2023
यह पहली बार नहीं है कि कनाडा में एक हिंदू मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों (Anti-India-Graffiti) से विरूपित किया गया है।
इससे पहले, कनाडा में ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर को जनवरी में भारत विरोधी चित्र बनाए गए थे, जिसके कारण भारतीय समुदाय में आक्रोश फैल गया था।
टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने गौरी शंकर मंदिर में हुई तोड़फोड़ की निंदा करते हुए कहा कि इस कृत्य से कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है।वाणिज्य दूतावास कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘हम भारतीय विरासत के प्रतीक ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विकृत करने की कड़ी निंदा करते हैं। बर्बरता के घृणित कृत्य से कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है। हमने कनाडा के अधिकारियों के साथ इस मामले पर अपनी चिंता जताई है।’ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने भी तोड़फोड़ की निंदा की और कनाडा के अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं।
ब्रैम्पटन मेयर ने ट्वीट किया, ‘बर्बरता के इस घृणित कार्य का हमारे शहर या देश में कोई स्थान नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उन्होंने पील क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख निशान दुरैयप्पा के साथ इस घृणित अपराध पर अपनी चिंता व्यक्त की थी।ब्रैम्पटन के मेयर ने कहा, ‘हर कोई अपने पूजा स्थल में सुरक्षित महसूस करने का हकदार है।’इससे पहले सितंबर 2022 में, कनाडा में BAPS स्वामीनारायण मंदिर को 'कनाडाई खालिस्तानी चरमपंथियों' द्वारा भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ विरूपित किया गया था।
कनाडा के संसद सदस्य चंद्र आर्य ने ट्वीट किया, कैनेडियन खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा टोरंटो बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर की बर्बरता की सभी को निंदा करनी चाहिए। यह केवल एक अकेली घटना नहीं है। कनाडा के हिंदू मंदिरों को हाल के दिनों में इस तरह के अपराधों से निशाना बनाया गया है।इसके अलावा, ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) में रिचमंड हिल में विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा को जुलाई 2022 में विरूपित किया गया था।
दोनों उदाहरणों में, खालिस्तान समर्थक नारे (pro-Khalistan slogans) चित्रित किए गए थे और पाकिस्तान समर्थक हैंडल द्वारा सोशल मीडिया पर तोड़फोड़ को बढ़ावा दिया गया था।यह भी पढ़ें- World Hindi Conference: फिजी के नांदी शहर में तीन दिन Hindi पर चर्चा करेंगे दुनियाभर के हिंदी प्रेमीयह भी पढ़ें- Vishwa Hindi Sammelan: वैश्विक मंच पर आवाज उठा रहीं औपनिवेशिक युग के दौरान दबाई गई भाषाएं- एस जयशंकर