Guinea Bissau Coup Attempted: अफ्रीकी देश गिनी बिसाऊ में तख्तापलट की कोशिश, राष्ट्रपति ने हिंसा करने वालों को दी चेतावनी
गिनी-बिसाऊ के राष्ट्रपति उमारो सिसोको एम्बालो ने शनिवार को कहा कि राजधानी में शुक्रवार को हुई हिंसा देश में तख्तापलट करने की कोशिश थी। उन्होंने इसके लिए चेतावनी भी दी।सेना ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि अफ्रीकी देश गिनी बिसाऊ में दोपहर तक व्यवस्था बहाल कर दी गई। गिनी बिसाऊ को 1974 में पुर्तगाल से आजादी मिली थी और यहां तख्तापलट व अशांति आम बात है।
रायटर, बिसाऊ। गिनी-बिसाऊ के राष्ट्रपति उमारो सिसोको एम्बालो ने शनिवार को कहा कि राजधानी में शुक्रवार को हुई हिंसा देश में तख्तापलट करने की कोशिश थी। उन्होंने इसके लिए चेतावनी भी दी।
गिनी बिसाऊ में तख्तापलट की कोशिश
राष्ट्रपति एम्बालो ने दुबई से गिनी बिसाऊ पहुंचने के बाद पत्रकारों से कहा, मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि एक दिसंबर की घटनाएं तख्तापलट का एक और प्रयास था। उन्होंने चेतावनी दी कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
सेना के दो गुटों में हुई थी झड़प
जानकारी के अनुसार, बिसाऊ में गुरुवार रात सेना के दो गुटों के बीच झड़पें हुईं थी, जो शुक्रवार को भी जारी रहीं। बता दें कि नेशनल गार्ड के सैनिकों ने भ्रष्टाचार के मामले में एक नेता को हिरासत में लिया था, बाद में जिसे रिहा कर दिया गया।
तख्तापलट की कई बार कोशिश
सेना ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि अफ्रीकी देश गिनी बिसाऊ में दोपहर तक व्यवस्था बहाल कर दी गई। गिनी बिसाऊ को 1974 में पुर्तगाल से आजादी मिली थी और यहां तख्तापलट व अशांति आम बात है।
गिनी बिसाऊ में पहले भी तख्तापलट की कोशिशें हुई हैं। इससे पहले फरवरी 2022 में एम्बालो को उखाड़ फेंकने की कोशिश की गई थी। इसमें कम से कम छह लोगों की मौत हुई थी।
2019 में राष्ट्रपति बने थे एम्बालो
राष्ट्रपति एम्बालो ने कहा कि एक फरवरी, 2022 को हमने वही परिदृश्य देखा था। हमें गिनी-बिसाऊ में इन उथल-पुथल को हमेशा के लिए खत्म करने की जरूरत है। बता दें कि एम्बालो दिसंबर 2019 में पांच साल के लिए राष्ट्रपति चुने गए थे।