बांग्लादेश झेल रहा डेंगू का प्रकोप, 78 हजार से अधिक मामले; 407 लोगों की मौत से हड़कंप
इन दिनों बांग्लादेश भीषण डेंगू के प्रकोप को झेल रहा है। देशभर में अब तक 407 लोगों की मौत डेंगू से हो चुकी है। पूरे देश में लगभग 78595 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से बांग्लादेश में डेंगू विकराल रूप धारण कर रहा है। लंबे मानसून और बढ़ते तापमान के कारण डेंगू संक्रमण में तेजी से वृद्धि हो रही है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों बांग्लादेश भीषण डेंगू के प्रकोप को झेल रहा है। देशभर में अब तक 407 लोगों की मौत डेंगू से हो चुकी है। पूरे देश में लगभग 78,595 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से बांग्लादेश में डेंगू विकराल रूप धारण कर रहा है। लंबे मानसून और बढ़ते तापमान के कारण डेंगू संक्रमण में तेजी से वृद्धि हो रही है।
78 हजार से अधिक मरीज अस्पतालों में
नवंबर के पहले पखवाड़े तक 4,173 मरीज अस्पताल में भर्ती थे। इनमें से 1,835 मरीज ढाका और 2,338 अन्य स्थानों पर अपना इलाज करा रहे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2024 में 407 लोगों की जान डेंगू से जा चुकी है। देशभर में 78,595 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। बता दें कि पिछले साल बांग्लादेश में डेंगू से 1,705 लोगों की जान गई थी। 321,000 से अधिक मरीज इससे संक्रमित हुए थे।
अक्टूबर की बारिश ने बढ़ाई टेंशन
जहांगीरनगर विश्वविद्यालय में प्राणीशास्त्र के प्रोफेसर कबीरुल बशर ने पाकिस्तान समाचार पत्र डॉन को बताया कि अक्टूबर महीने में मानसून जैसी बारिश हुई है। यह असामान्य घटना है। जलवायु परिवर्तन के कारण मानसून के पैटर्न में बदलाव आया है। इस वजह से एडीज मच्छरों के अनुकूल परिस्थितियां बनी हैं। डेंगू एडीज मच्छरों की वजह से ही फैलता है।सालभर निगरानी की जरूरत
बशर का कहना है कि आमतौर पर जून से सितंबर तक मानसून के मौसम में डेंगू आम है। मगर इस साल यह समय सीमा अधिक बढ़ गई है। शहरों में घनी आबादी से भी डेंगू का प्रसार होता है। लंबे मानसून सीजन और तापमान बढ़ने से मच्छरों के प्रजनन में इजाफा हुआ। यही कारण है कि देश में डेंगू का प्रसार भी तेजी से हुआ। उन्होंने साल भर डेंगू की वेक्टर निगरानी की अपील की।