तानाशाह Kim Jong Un की शह पर बहन Kim Yo साउथ कोरिया के खिलाफ तैयार कर रही रणनीति
तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग अपने भाई के इशारे पर साउथ कोरिया के खिलाफ युद्ध की रणनीति बनाने पर लगी हुई हैं। इसी वजह से वो साउथ कोरिया नेता को कुछ भी कह देती हैं।
By Vinay TiwariEdited By: Updated: Sun, 21 Jun 2020 02:36 PM (IST)
प्योंगयांग, न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की शह पर उनकी बहन किम यो जोंग साउथ कोरिया के खिलाफ कुछ भी करने और बोलने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं। वो साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-उन को कुछ भी कह देती हैं और किसी भी तरह का एक्शन ले सकती हैं।
अब किम की बहन किम यो जोंग ने साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन को पागल कह दिया है। यो जोंग का ये बयान उस समय आया है जब दोनों देशों के बीच तनातनी काफी बढ़ी हुई है। सीमाओं पर सैनिक तैनात कर दिए गए हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इन दोनों देशों के आमने-सामने आने से परेशान है। दरअसल तानाशाह किम जोंग उन अपनी बहन किम यो जोंग को अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहते हैं, इस वजह से उनकी बहन अपने कट्टर दुश्मन देश साउथ कोरिया के राष्ट्रपति के खिलाफ शब्दों के बाण छोड़ती रहती है। वो धमकी भी देती हैं और अपनी धमक बनाए रखने के लिए एक्शन भी करवाती हैं।
दरअसल किम के बच्चे अभी छोटे हैं वो सत्ता नहीं संभाल सकते हैं, ऐसे में अब किम अपनी बहन को ही तमाम तरह के अधिकार देकर उनको विकल्प के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहे हैं। बीते अप्रैल माह में जब किम कई दिनों के लिए अचानक से गायब हो गए थे तो उनकी बहन ही सारी चीजों को देख रही थीं वो ही सरकारी और निजी कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही थी और बयान भी जारी कर रही थीं।
बीते दो साल से किम जोंग अपनी बहन किम यो को तमाम अंतरराष्ट्रीय बैठकों में भी अपने साथ लेकर जा चुके हैं। वो राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए गए थे तो भी बहन उनके साथ मीटिंग में खड़ी थीं। इससे पहले साल 2018 में जब साउथ कोरिया में शीतकालीन ओलंपिक गेम्स हुए थे तो किम की बहन ही वहां गई थीं, उस समय ऐसा माना जा रहा था कि अब दोनों देशों के बीच तनाव पूरी तरह से खत्म हो जाएगा मगर वो कुछ समय तक ही रहा।
अब भाई किम जोंग उन की शह मिलने की वजह से बहन किम यो जोंग साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-उन के खिलाफ जहर उगल रही हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि साउथ कोरिया अपनी सीमा पर लोगों को गुब्बारे तक उड़ाने से नहीं रोक पा रहा है, वो नॉर्थ कोरिया के तानाशाह की बेइज्जती करवाता रहता है। उसकी सीमा से गुब्बारे उड़ाए जाते हैं और उसे जानबूझ कर नॉर्थ की सीमा में गिराया जाता है।
इन गुब्बारों के साथ संदेश लिखे होते हैं जिसमें लोगों को तानाशाह के खिलाफ भड़काने का काम किया जाता है। इसे किसी भी तरह से बदार्श्त नहीं किया जा सकता है। इससे पहले किम की बहन किम जो योंग साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे उन से हंसी खुशी के हालात में मिल चुकी हैं, जब इन दोनों की तस्वीरें आई थीं तो ये कहा जा रहा था कि अब हालात सामान्य रहेंगे मगर वो अंदाजा गलत निकला।
इसी के बाद किम यो जोंग ने कहा कि यदि साउथ कोरिया संबंध ठीक नहीं रखना चाहता है तो सीमा पर बनाए गए लॉयजन ऑफिस का कोई मतलब नहीं रह जाता है। इसके अगले दिन ही नॉर्थ कोरिया ने इस लॉयजन ऑफिस को बम से उड़ा दिया, उसके बाद सेटेलाइट से इसकी तस्वीर भी जारी की गई।
लॉयजन ऑफिस विस्फोट से उड़ जाने के बाद साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया से अपने संबंध पुराने तरह से रखने की गुजारिश की मगर नॉर्थ कोरिया की ओर से कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बीच नॉर्थ कोरिया ने अपने सैनिकों को सीमा पर एलर्ट कर दिया है। दोनों देशों के बीच तनाव बरकरार है। हॉटलाइन बंद कर दी गई है।
दरअसल नॉर्थ कोरिया में अभी भी पुरूष प्रधान समाज है वहां महिलाओं को बड़े पदों पर जिम्मेदारी नहीं दी जाती है। तानाशाह का शासन ऐसा है कि कपड़े पहनने और बाल कटवाने तक के तरीके पहले से तय कर दिए गए हैं, उसके इतर कोई कुछ नहीं कर सकता है। यदि ऐसा कुछ होता है तो उसको सजा मिलनी तय है।
ऐसे में अब किम जोंग उन अपनी बहन के लिए इस प्रथा को तोड़ना चाहते हैं वो ये नहीं चाहते कि उनके परिवार के अलावा कोई भी दूसरा शासन करे। इस वजह से वो अपनी बहन को तमाम तरह की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां देकर उनको काम करने के तरीके और अपनी हनक बनाए रखने के लिए एक तरह से पर्दे के पीछे से ट्रेनिंग दे रहे हैं।
तानाशाह के परिवार में बहन किम यो जोंग के अलावा ऐसा कोई दूसरा पुरूष नहीं दिख रहा है जो किम के बाद नॉर्थ कोरिया को संभाल सके। उनके भाई की सेना में कोई पकड़ नहीं है ना ही कोई जनाधार है। किम के चाचा उम्रदराज है वो ज्यादा एक्टिव नहीं है। इसके अलावा और भी जो सदस्य है वो इस लायक नहीं है कि किम की बनाई हनक और डर को बरकरार रख सके इस वजह से बहन को इन सब मामलों में आगे किया जा रहा है।
वो किसी भी तरह का निर्णय लेने में सक्षम है उनको इन निर्णयों के मामले में किम से भी पूछने की कोई जरूरत नहीं रहती है। इसी वजह से वो साउथ कोरिया के नेता मून जे को पागल तक कह देती हैं, उनके एक इशारे पर लॉयजन ऑफिस को उड़ा दिया जाता है। नॉर्थ कोरिया में तानाशाह से भी अधिक क्रूर उनकी बहन को कहा जाता है।