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Earthquake In Syria: भूकंप के बाद मलबे में दब गए एक शख्स के 30 रिश्तेदार, पिछले दो दिनों से खुद हटा रहा मलबा

सीरिया में भूकंप के बाद 30 रिश्तेदारों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। सीरिया में आए भूकंप के बाद मालेक इब्राहिम नामक व्यक्ति अपने 30 रिश्तेदारों की तलाश में पिछले 2 दिनों से जुटे हैं।

By Piyush KumarEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 09 Feb 2023 07:28 AM (IST)
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सीरिया में भूकंप के बाद एक शख्स अपने 30 रिश्तेदारों की तलाश में जुटा है।(फोटो सोर्स: एपी)
बेसनाया, एजेंसी। तुर्किये और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस प्राकृतिक त्रासदी ने अनगिनत परिवारों की जिंदगी छीन ली। कुछ लोग जो इस त्रासदी से बच गए हैं, वो किसी न किसी परिजनों की तलाश में जुटे हैं। सीरिया में भूकंप के बाद एक शख्स अपने  30 रिश्तेदारों की तलाश में जुटा है। सीरिया में आए भूकंप के बाद मालेक इब्राहिम नामक व्यक्ति अपने 30 रिश्तेदारों की तलाश में पिछले 2 दिनों से जुटे हैं।

रिश्तेदारों की तलाश में उनकी बेचैनी इस बात से पता चलता है कि वो अपने हाथों से मलबे को हटा रहे हैं। वो बचाव दल की मदद से अब तक 10 शवों को निकालने में कामयाब रहे हैं। उनके चाचा, उनके चचेरे भाई और उनके परिवार सभी मलबे में दब गए थे।

मलबे की गंदगी से लथपथ 40 वर्षीय मालेक इब्राहिम ने कहा, ' मेरा पूरा परिवार इस भूकंप में चला गया है। यह पूरी तरह से नरसंहार है। गनीमत रही कि भूकंप के समय वह, उसकी पत्नी और उसके बच्चे इदलिब शहर में अपने घर से जिंदा निकलने में कामयाब रहे।

पिछले दो दिनों से लगातार मलबा हटा रहे मालेक इब्राहिम

मालेक इब्राहिम रोते हुए कहते हैं, हर बार जब मैं किसी शव को बरामद करता हूं, तो मुझे वह खूबसूरत समय याद आता है जो हमने साथ बिताए थे। उन्होंने कहा कि मैं अपने परिवार वालों को अभी कभी नहीं देख सकूंगा। उन्होंने कहा कि मेरा दिल ये जानता है कि मलबे के नीचे शायद ही मेरे परिवार का कोई सदस्य जीवित होगा, लेकिन फिर भी मैं बिना सोए मलबे हटा रहा हूं। मोलेक ने आगे कहा, 'मैं इस त्रासदी को बयां नहीं कर सकता हूं। हम शब्द के हर अर्थ में एक अभिशप्त लोग हैं।' मालेक इब्राहिम के तरह कई लोग अपने रिश्तेदारों को ढूंढने के लिए मलबा हटा रहे हैं।

मलबे में फंसे लोगों को निकाला जा रहा

राहतकर्मियों ने अदियामन शहर में 10 वर्षीय बैतूल एडिस को मलबे से निकाला तो लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से बचावकर्मियों का स्वागत किया। घायल बच्चे का दादा ने प्यार से माथा चूमा और उससे बात की। उधर, कहरामनमारस शहर में बचाव दल ने एक तीन वर्षीय बच्चे आरिफ कान को एक ढह चुकी एक इमारत के मलबे के नीचे से निकाला।

लड़के के पिता एर्टुगरुल कीसी को राहतकर्मी पहले ही मलबे से सुरक्षित निकाल चुके थे। पिता मलबे से अपने बच्चे को सुरक्षित निकाल एंबुलेंस में ले जाते देख अपने आंसू रोक नहीं पाया। इसी शहर के अली सगिरोग्लू ने कहा,'मैं अपने भाई और भतीजों को मलबे से वापस नहीं ला सकता। इधर-उधर देखिए यहां आज तक कोई अधिकारी या राहतकर्मी नहीं है। बच्चे ठंड से ठिठुर रहे हैं।'

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