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Ebola Case in Uganda: पूर्वी अफ्रीकी देश युगांडा में तेजी से फैल रहा है इबोला वायरस, 53 की मौत

युगांडा में जानलेवा इबोला वायरस का प्रसार तेजी से हो रहा है। पूर्वी युगांडा में जिन्‍जा में एक मरीज में इबोला वायरस की पुष्टि हुई है। देश के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने रविवार को कहा कि पहली बार मध्‍य युगांडा से देश के एक नए क्षेत्र में फैल गया है।

By AgencyEdited By: Ramesh MishraUpdated: Sun, 13 Nov 2022 03:51 PM (IST)
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Ebola Case in Uganda: पूर्वी अफ्रीकी देश युगांडा में तेजी से फैल रहा है इबोला वायरस। एजेंसी।
कंपाना (युगांडा) रायटर। पूर्वी अफ्रीकी देश युगांडा में जानलेवा इबोला वायरस का प्रसार तेजी से हो रहा है। पूर्वी युगांडा में जिन्‍जा में एक मरीज में इबोला वायरस की पुष्टि हुई है। देश के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने रविवार को कहा कि पहली बार मध्‍य युगांडा में इस वायरस का प्रसार देखा गया है। बता दें कि 20 सितंबर को युगांडा की सरकार ने इबोला को महामारी घोषित कर रखा है। इसके बाद से युगांडा संक्रामक बीमारी को रोकने के लिए संघर्ष कर रही है। उधर, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा कि अब तक इस वायरस से 53 लोगों की मौत हो चुकी है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने भी इस वायरस से बचाव व मदद के लिए युगांडा में अपनी टीम भेजी है।

युगांडा में अब तक कुल 135 मामलों की पुष्टि

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, युगांडा में अब तक कुल 135 मामलों की पुष्टि हुई है। इस वायरस से अब तक  53 लोगों की मौत हो चुकी है। एक ट्वीट में, स्वास्थ्य मंत्री जेन रूथ एकेंग ने कहा कि एक इबोला वायरस से संक्रमित 45 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हो गई।

उन्‍होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी द्वारा एक निजी क्लिनिक में इबोला वायरस की जांच की गई थी। जांच में उसकी रिपोर्ट सकारात्‍मक पाई गई। इसके बाद उसका उपचार शुरू किया गया। एकेंग ने कहा कि चिंता की बात यह है कि युगांडा में तेजी से फैल रहे इस वायरस का अभी तक कोई टीका विकसित नहीं किया गया है।

2019 के बाद से अत्यधिक संक्रामक इबोला वायरस

युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मुबेंडे, कायगेगवा और कसांडा जिलों से इबोला वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इस वायरस का कोई इलाज नहीं है। मामलों का जल्द पता लगाने और लक्षणों के उपचार से बचने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।

संगठन ने यह भी कहा कि एक टीका जो इबोला-जैरे स्ट्रेन के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी है। वह इबोला-सूडान स्ट्रेन के खिलाफ क्रास-प्रोटेक्शन प्रदान नहीं करता है। गौरतलब है कि सितंबर में वायरस का प्रकोप सबसे पहले मुबेंडे जिले के एक छोटे से गांव में हुआ था। 20 सितंबर को युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2019 के बाद से अत्यधिक संक्रामक इबोला वायरस से देश की पहली मृत्यु की घोषणा की थी।