Move to Jagran APP

Ecuador Prison Riot: इक्वाडोर की जेल में भड़की हिंसा, संघर्ष में नौ लोगों की मौत

हिंसा से प्रभावित इक्वाडोर में जेल में हुई हिंसा में शुक्रवार को कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई जहां पिछले साल से करीब 400 कैदी मारे गए हैं। अभियोजक कार्यालय ने यह जानकारी दी। (फोटो सौजन्य-एपी)

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyPublished: Sat, 19 Nov 2022 04:45 AM (IST)Updated: Sat, 19 Nov 2022 04:45 AM (IST)
इक्वाडोर की जेल में भड़की हिंसा, संघर्ष में नौ लोगों की मौत।

क्विटो, एएफपी। हिंसा से प्रभावित इक्वाडोर में जेल में हुए संघर्ष में शुक्रवार को कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, जहां पिछले साल से करीब 400 कैदी मारे गए हैं। अभियोजक कार्यालय ने यह जानकारी दी। अभियोजक कार्यालय ने कहा कि राजधानी क्विटो के उत्तर में एल इंका जेल में हिंसा भड़क गई, जिसके बाद कई लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि शवों को हटाने के लिए आपरेशन चलाया जा रहा है।

एसएनएआइ जेल प्राधिकरण ने एक बयान में मरने वालों की संख्या आठ कैदियों की बताई है। बता दें कि इस घटना से पहले सरकार दो कैदियों को कड़ी सुरक्षा वाली जेल में ले जा रही थी, जिसपर पहले हुई हिंसा का मास्टरमाइंड होने का संदेह था। इसके बाद यह हिंसा हुई। जानकारी के मुताबिक, दो में से एक लास लोबोस गिरोह के नेता जोनाथन बरमूडेज़एल इंका में पिछले नरसंहार के लिए जिम्मेदार थे।

राष्ट्रपति गुइलेर्मो लासो ने शुक्रवार को ट्विटर पर स्थानांतरण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने उन्हें बताया कि हमारा हाथ नहीं कांपेगा, हम पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि उन लोगों के खिलाफ इक्वाडोर की शांति को भंग करने के लिए कार्रवाई जारी रखेंगे। एक अन्य ट्वीट में, राष्ट्रपति ने कैदियों के हाथ बंधे और जेल के आंगनों और गलियारों में लेटे हुए कैदियों की तस्वीरें पोस्ट कीं।

एसएनएआइ ने कहा कि इस आपराधिक संगठन (लास लोबोस) के सदस्यों ने बरमूडेज़ को दूसरी जेल में स्थानांतरित करने के लिए हिंसक प्रतिशोध लिया। उन्होंने कहा कि हम संगठित अपराध से निपटने के लिए दृढ़ता से और बिना किसी दवाब के कार्रवाई करना जारी रखेंगे, जो इक्वाडोर की सुरक्षा और शांति के लिए खतरा है। इस महीने की शुरुआत में, लास्सो की सरकार ने लगभग 2,400 कैदियों को स्थानांतरित कर दिया, जिससे गिरोह के सदस्यों ने विद्रोह शुरू कर दिया। विद्रोह को दौरान गैस स्टेशनों और पुलिस स्टेशनों को निशाना बनाया गया था।

ये भी पढ़ें:  पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख की नियुक्ति जल्द, अगले दो दिनों में नाम पर लगेगी मुहर

ये भी पढ़ें: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान पर फिर हमले की आशंका, हाई कोर्ट ने कहा- खतरे का संज्ञान ले सरकार


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.