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Egypt President Election: मिस्त्र में राष्ट्रपति के लिए मतदान शुरू, अल-सीसी की जीत लगभग तय

Egypt President Election अल-सीसी के खिलाफ तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें विपक्षी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख फरीद जहरान वफद पार्टी के अध्यक्ष आब्देल सनद यामामा और रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी के प्रमुख हेजेम उमर शामिल हैं। अल-सीसी जीते तो वह लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति बनेंगे। गाजा में इजरायल-हमास युद्ध के कारण इस चुनाव को लेकर कोई खासा उत्साह नहीं दिख रहा है।

By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Mon, 11 Dec 2023 02:55 AM (IST)
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Egypt President Election मिस्त्र में राष्ट्रपति पद का चुनाव शुरू।
एएनआइ, काहिरा। Egypt President Election गंभीर वित्तीय संकट से ग्रस्त मिस्त्र में राष्ट्रपति पद के लिए मतदान रविवार से शुरू हो गया जो तीन दिन तक चलेगा। नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे। इन चुनावों में वर्तमान राष्ट्रपति आब्देल फतह अल-सीसी के सामने कोई भी कद्दावर प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी नहीं होने से उनकी जीत लगभग तय मानी जा रही है।

अल-सीसी के खिलाफ तीन उम्मीदवार 

वैसे अल-सीसी के खिलाफ तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें विपक्षी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख फरीद जहरान, वफद पार्टी के अध्यक्ष आब्देल सनद यामामा और रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी के प्रमुख हेजेम उमर शामिल हैं। अल-सीसी जीते तो वह लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति बनेंगे।

हालांकि, गाजा में इजरायल-हमास युद्ध के कारण इस चुनाव को लेकर कोई खासा उत्साह नहीं दिख रहा है।

इस बार भारी संख्या में मतदान होने की उम्मीद

इन दिनों देशवासियों का ध्यान अपने देश की पूर्वी सीमाओं पर चल रहे युद्ध पर है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 10.50 करोड़ आबादी वाले इस देश में लगभग एक तिहाई लोग गरीब हैं। इस चुनाव में छह करोड़ से अधिक लोग मतदान करने के पात्र हैं और अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार भारी संख्या में मतदान होगा।

फिर से हो सकता है चुनाव

मिस्त्र के राष्ट्रीय चुनाव प्राधिकरण के अनुसार यदि कोई भी उम्मीदवार 50 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल नहीं कर पाता है तो आठ से 10 जनवरी तक फिर से मतदान होगा। बता दें कि मिस्त्र की सेना से सेवानिवृत्त फील्ड मार्शल अल-सीसी देश के पहले लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी को सत्ता से उखाड़ फेंकने के बाद 2013 में पहली बार राष्ट्रपति बने थे। 2018 में वे फिर भारी बहुमत से सत्ता में आए।