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हिजाब के खिलाफ ईरानी महिलाओं के समर्थन में उतरी ईयू की सांसद साहलानी, जोसेप बोरेल को बताया बिना रीढ़ का कायर

इराक में जन्मी स्वीडिश सदस्य साहलानी ने कहा कि जोसेप बोरिल ने ईरान में प्रदर्शनों को रोकने का प्रयास किया। उन्होंने विदेशी मामलों में वही साहस नहीं दिखाया है। स्ट्रासबर्ग में हुए चर्चा में ईयू सांसद अल साहलानी ने कहा कि ईरान के मुल्लाओं के हाथ खून से सने हैं।

By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Thu, 06 Oct 2022 04:35 AM (IST)
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ईरानी महिलाओं के समर्थन में कटवाए बाल
नई दिल्ली, एएनआइ: हिजाब के खिलाफ ईरानी महिलाओं के समर्थन में अपने बाल काटने वाली यूरोपीय यूनियन की सांसद अबीर अल साहलानी ने कहा कि वह ईरानी महिलाओं को दिखाना चाहती हैं कि उन्हें सुना जा रहा है और यूरोपीय संसद में भी उनकी आवाज गूंजी है। उन्होंने यूरोपीय यूनियन के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वह बिना रीढ़ के कायर इंसान हैं।

ईरान में प्रदर्शनों को रोकने का प्रयास किया गया

यूरोपीय संसद में इराक में जन्मी स्वीडिश सदस्य साहलानी ने कहा कि जोसेप बोरिल ने ईरान में प्रदर्शनों को रोकने का प्रयास किया। उन्होंने विदेशी मामलों में वही साहस नहीं दिखाया है। स्ट्रासबर्ग में हुए चर्चा में ईयू सांसद अल साहलानी ने कहा कि ईरान के मुल्लाओं के हाथ खून से सने हैं। इन लोगों ने अपने ही लोगों और मानवता के खिलाफ जो अपराध किए हैं, उसके लिए अल्लाह और गाड उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।

महिलाओं की आजादी के लिए जारी रहेगी लड़ाई

उन्होंने ट्विटर पर जारी एक वीडियो में कहा कि ईरान की महिलाएं जब तक आजाद नहीं हो जातीं, वह उनका साथ देंगीं। उन्होंने कहा कि महिला अधिकार पूरी दुनिया में बेहद जरूरी हैं। यह केवल ईयू के लिए ही जरूरी नहीं हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ईरान की मोराल्टी पुलिस की हिरासत में 22 साल की माहसा अमीनी की मौत के बाद देश भर में हुए भारी विरोध-प्रदर्शनों में सरकार के रुख का विरोध किया गया। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं जिसमें कई लोग मारे गए और कई घायल हो गए। बहुत से लोगों को बंदी भी बनाया गया है।