अफगानिस्तान में नई सरकार को लेकर ब्लिंकन ने जताई ये उम्मीद
30 अगस्त को अमेरिका ने अफगानिस्तान में मौजूद अपनी सेना को वापस बुला लिया। साथ ही अफगानिस्तान में अपनी राजनयिक उपस्थिति को भी पूरी तरह से खत्म कर दिया। अब अमेरिका ने अपना दूतावास कतर में खोल दिया है।
By Monika MinalEdited By: Updated: Sat, 04 Sep 2021 06:14 AM (IST)
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका (United States) और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने तालिबान से अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन को लेकर उम्मीद जताई है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार (स्थानीय समयानुसार) को कहा कि तालिबान विभिन्न समुदायों और हितों के प्रतिनिधित्व के साथ अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार का गठन करेगा। ब्लिंकन ने कहा, 'नई सरकार में विभिन्न समुदाय और अलग अलग हितों के प्रतिनिधाियों को शामिल किए जाने की आशा है।' 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर काबिज तालिबान द्वारा नई सरकार के गठन की उम्मीद है।
On Sunday- September 5, I will be heading to Doha, Qatar, and Ramstein, Germany to express our gratitude to Qatari leaders in supporting the evacuation effort and cooperation on Afghanistan: US State Secretary Antony Blinken pic.twitter.com/FJA0nxq5CA
— ANI (@ANI) September 3, 2021
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, 'रविवार, 5 सितंबर को, मैं अफगानिस्तान पर निकासी के प्रयास और सहयोग के समर्थन में कतर के नेताओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए दोहा, कतर और रामस्टीन, जर्मनी जा रहा हूं।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कतर में हमारी नई टीम काम कर रही है। हम अफगानिस्तान में रहने वाले अमेरिकियों के साथ लगातार संपर्क में हैं जो देश छोड़ना चाहते हैं। हमने इसके लिए मैनेजमेंट टीमों का गठन किया है।
We continue to maintain channels of communication with the Taliban on issues such as its commitment to let people leave Afghanistan should they choose to do so: US State Secretary Antony Blinken pic.twitter.com/NleqXGj6an
— ANI (@ANI) September 3, 2021
ब्लिंकन ने कहा, 'हम कतर और तुर्की में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि काबुल एयरपोर्ट को जल्दी से जल्दी दोबारा शुरू किया जा सके।' साथ ही ब्लिंकन ने बताया कि तालिबान ने इस बात पर प्रतिबद्धता जताई है कि जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं वो जा सकते हैं। अमेरिका ने अफगानिस्तान में मौजूद अपनी सेना को पूरी तरह वापस बुला लिया। साथ ही अफगानिस्तान में अपनी राजनयिक उपस्थिति को भी खत्म कर दिया। अब अमेरिका ने अपना दूतावास कतर में खोल दिया है।