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Massive Fire: आर्मीनिया के सैन्य ठिकाने पर लगी भीषण आग, 15 सैनिक झुलसे, कई घायल

आर्मीनिया के एक सैन्य अड्डे पर गुरुवार तड़के आग लग गई। हादसे में से कम से कम 15 सैनिकों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री ने बताया कि पूर्वी आर्मीनिया के गेघारकुनिक प्रांत के अज़ात गांव में एक सैन्य बैरक में आग लग गई थी। ( सांकेतिक तस्वीर)

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Thu, 19 Jan 2023 04:15 PM (IST)
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आर्मीनिया के सैन्य ठिकाने पर लगी भीषण आग
येरेवान, एजेंसी। आर्मीनिया के एक सैन्य अड्डे पर गुरुवार तड़के आग लग गई। हादसे में से कम से कम 15 सैनिकों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री ने बताया कि पूर्वी आर्मीनिया के गेघारकुनिक प्रांत के अज़ात गांव में एक सैन्य बैरक में आग लग गई थी। अधिकारियों ने यह भी कहा कि हादसे में सात सैनिक घायल हो गए और उनमें से तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। आर्मीनिया के रक्षा मंत्री सुरेन पापिक्यान ने एक कैबिनेट बैठक में कहा कि आग इसलिए भड़की क्योंकि सैनिकों ने एक चूल्हे को ईंधन देने के लिए गैसोलीन का इस्तेमाल किया।

प्रधान मंत्री निकोल पशिनियन ने जनरल वाग्राम ग्रिगोरियन को पद से किया बर्खास्त

आर्मीनिया के प्रधान मंत्री निकोल पशिनियन ने जनरल वाग्राम ग्रिगोरियन को घटना के बाद उन्हें पद बर्खास्त कर दिया है। जनरल वाग्राम ग्रिगोरियन उस क्षेत्र में सेना के एक समूह के प्रभारी थे। जिस सैन्य ठिकाने पर आग लगी थी। हालांकि घटनास्थल पर कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। इस पूरे हादसे में अभी आगे की जांच जारी है।

अजरबैजान और नागोर्नो काराबाख में है दशकों से विवाद

गेघारकुनिक क्षेत्र अजरबैजान की सीमा में है। हालांकि अजरबैजान और आर्मीनिया का नागोर्नो-काराबाख को लेकर दशकों से विवाद है। यही कारण हैं कि संघर्षों के चलते यह क्षेत्र बंद है। इस क्षेत्र पर दावा किया जाता है कि गेघारकुनिक क्षेत्र अजरबैजान का हिस्सा है। लेकिन 1994 में एक अलगाववादी युद्ध समाप्त हुआ था। जिसके बाद से गेघारकुनिक क्षेत्र आर्मीनिया द्वारा समर्थित जातीय आर्मीनियाई बलों के नियंत्रण में रहा है।

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सितंबर की लड़ाई में मारे गए थे 155 सैनिक

सितंबर 2020 में शुरू हुई छह हफ्तों की भारी लड़ाई हुई थी। अजरबैजान की सेना ने आर्मीनिया सेना को भगा दिया। वह नागोर्नो-काराबाख में गहराई तक चली गई थी। जिससे आर्मीनिया को उस साल नवंबर में रूस-ब्रोकेड शांति समझौते को स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा। पिछले सितंबर में लड़ाई के एक और भड़कने से दोनों पक्षों के 155 सैनिक मारे गए थे।

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