Sudan News: सूडान की सेना और एक कुख्यात अर्धसैनिक समूह के बीच भीषण लड़ाई, दो सप्ताह में 100 से अधिक लोगों की गई जान
Sudan News संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस महीने की शुरुआत में शहर में सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच झड़पें बढ़ गईं हैं जिससे हजारों लगों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं दो सप्ताह से अधिक समय तक चल रही सूडान की सेना और एक कुख्यात अर्धसैनिक समूह की लड़ाई में कम से कम 123 लोग मारे गए है।
एपी, काहिरा। पश्चिमी दारफुर क्षेत्र के एक प्रमुख शहर पर सूडान की सेना और एक कुख्यात अर्धसैनिक समूह के बीच दो सप्ताह से अधिक समय तक चली लड़ाई में कम से कम 123 लोग मारे गए। एक अंतरराष्ट्रीय सहायता समूह ने रविवार को इसकी जानकारी दी।
डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने कहा कि उत्तरी दारफुर प्रांत की प्रांतीय राजधानी अल-फ़शर में हुई लड़ाई में भी इसी अवधि में 930 से अधिक लोग घायल हुए। समूह ने कहा कि यह लड़ाई की हिंसक तीव्रता का संकेत है। हम युद्धरत पक्षों से नागरिकों की सुरक्षा के लिए और अधिक प्रयास करने का आग्रह करते हैं।
सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच बढ़ी झड़पें
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस महीने की शुरुआत में शहर में सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच झड़पें बढ़ गईं। जिससे हजारों लोगों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। बता दें कि एल-फ़शर सेना और आरएसएफ के बीच संघर्ष का केंद्र बन गया है, जिसे अरब मिलिशिया द्वारा सहायता प्राप्त है जिसे आमतौर पर जंजावीद के नाम से जाना जाता है। यह शहर विशाल दारफुर क्षेत्र में आखिरी गढ़ है जिस पर अभी भी सेना का कब्जा है।'ये युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ'
मालूम हो कि सूडान का संघर्ष पिछले साल अप्रैल में शुरू हुआ जब सेना और आरएसएफ के नेताओं के बीच बढ़ते तनाव ने राजधानी खार्तूम और देश में अन्य जगहों पर खुली लड़ाई का रूप ले लिया। बड़े पैमाने पर यौन हिंसा और अन्य अत्याचारों की खबरों के बीच संघर्ष में 14,000 से अधिक लोग मारे गए और हजारों घायल हो गए, मानवाधिकार समूहों का कहना है कि ये युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध हैं।
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