न्यूयार्क के मैनहट्टन स्थित एक बहुमंजिला इमारत में लिथियम बैटरी से लगी आग के कारण 38 लोग घायल हो गए हैं जिनमें से दो की हालत नाजुक है। दमकल अधिकारियों ने यह जानकारी दी। 20वीं मंजिल पर अज्ञात उपकरण में प्रयुक्त लिथियम बैटरी से आग लगी।
By Versha SinghEdited By: Updated: Sun, 06 Nov 2022 12:48 PM (IST)
न्यूयार्क, एजेंसी। न्यूयार्क के मैनहट्टन स्थित एक बहुमंजिला इमारत में लिथियम बैटरी से लगी आग के कारण 38 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से दो की हालत नाजुक है। दमकल अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मैनहट्टन की ईस्ट 52 स्ट्रीट पर स्थित 37 मंजिला इमारत में शनिवार सुबह आग लगी और सोशल मीडिया पर घटना के साझा किए गए वीडियो में दिख रहा है कि लोग अपार्टमेंट की खिड़कियों पर लटके हैं और दमकलकर्मी रस्सियों के सहारे धुएं से भरी इमारत से नीचे उतार रहे हैं।
लिथियम बैटरी से लगी आग
अधिकारियों के अनुसार, सुबह 10:30 बजे ईस्ट 52 स्ट्रीट पर इमारत में आग लगी। आग लगने का कारण माइक्रो-मोबिलिटी डिवाइस से जुड़ी लिथियम-आयन बैटरी बताई जा रही है। मुख्य एयर मार्शल डैन फ्लिन ने कहा, आग लगने का कारण लीथियम आयन बैटरी है। फ्लिन ने आगे कहा कि हम पिछले कुछ वर्षों से आग लगने के कई मामले देख रहे हैं। दमकल अधिकारियों ने बताया कि इमारत की ऊपरी मंजिलों पर रहने वाले कुछ लोग छत के रास्ते बाहर आए। न्यूयार्क की दमकल विभाग की आयुक्त लारा कवनाग ने बताया कि 20वीं मंजिल पर अज्ञात उपकरण में प्रयुक्त लिथियम बैटरी से आग लगी।
हादसे में 38 लोग घायल
अधिकारियों ने बताया कि घटना में 38 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत नाजुक है और पांच गंभीर रूप से घायल हैं।
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लिथियम-आयन बैटरी से कैसे लगती है आग?
लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल हर जगह हो रहा है, चाहे वो हमारा मोबाइल फोन हो या दूसरा कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण। सभी में लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि लिथियम-आयन बैटरी प्रति घंटा 150 वॉट एनर्जी स्टोर कर सकती है।लीथियम आयन बैटरी में आग मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट, एक्सटर्नल डैमेज या खराब सॉफ्टवेयर के कारण लगता हैं। अगर बैटरी बहुत ज्यादा खराब हो जाती है तो उससे हीट निकलने लगता है जिसे थर्मल रनवे कहा जाता है। हीट पैदा होने के कारण बैटरी में आग लग जाती है।