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France Church Fire: फ्रांस में 12वीं सदी के प्रसिद्ध चर्च में लगी आग, इस कारण पूरी दुनिया में है मशहूर

फ्रांस के रूएन में 12वीं सदी में निर्मित गिरजाघर के शिखर में गुरुवार को आग लग गई। यह फ्रांस का सबसे ऊंचा चर्च और पूरी दुनिया के सबसे ऊंचे गिरिजाघरों (चर्च) में से एक है। फायर ब्रिगेड प्रमुख ने कहा कि 70 अग्निशामक और लगभग 40 दमकल गाड़ियां आग बुझाने के लिए पहुंची थी। वहीं संरचना को कितना नुकसान हुआ है यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Thu, 11 Jul 2024 08:41 PM (IST)
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12वीं सदी में निर्मित चर्च के शिखर में लगी आग। फोटोः रायटर।
एपी, पेरिस। फ्रांस के रूएन में 12वीं सदी में निर्मित गिरजाघर के शिखर में गुरुवार को आग लग गई। गाथिक नोट्रे-डेम डी रूएन के 120 मीटर ऊंचे शिखर में आग लगने के कारण का अब तक पता नहीं चल पाया है। यह फ्रांस का सबसे ऊंचा चर्च और पूरी दुनिया के सबसे ऊंचे गिरिजाघरों (चर्च) में से एक है। यह अपने तीन टावरों के लिए प्रसिद्ध है, जिनमें से प्रत्येक का निर्माण एक अलग शैली में किया गया है।

आग पर पाया गया काबू

फ्रांसीसी मध्ययुगीन गाथिक वास्तुकला का रत्न कहे जाने वाले रूएन के गिरजाघर को 19वीं सदी में कलाकार क्लाउड मोनेट द्वारा बार-बार चित्रित किया गया था। रूएन मेयर रासिग्नोल ने एक्स पोस्ट में कहा कि गिरजाघर को खाली कराने के साथ ही आग पर काबू पा लिया गया। इसके चारों ओर सुरक्षा घेरा लगा दिया गया।

नवीनीकरण का कार्य चल रहा था काम

इंटरनेट मीडिया पर मौजूद तस्वीरों में गिरजाघर के शीर्ष के पास आग की लपटें दिखाई दे रही थीं, जहां नवीनीकरण का कार्य चल रहा था। संरचना को कितना नुकसान हुआ है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।

मौके पर पहुंची दमकल की 40 गाड़ियां

फायर ब्रिगेड प्रमुख ने कहा कि 70 अग्निशामक और लगभग 40 दमकल गाड़ियां आग बुझाने के लिए पहुंची थी। आग लगने के बाद रूएन के लोग बेहद चिंतित नजर आ रहे थे, क्योंकि पेरिस के नोट्रे डेम अग्निकांड की यादें अब भी ताजा हैं। पांच साल पहले नवीकरण के दौरान ही आग लग गई थी। 

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