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New Zealand Lawmakers: न्यूजीलैंड में पहली बार महिला सांसदों की संख्या पुरुषों से अधिक

न्यूजीलैंड के इतिहास में पहली बार महिला सांसदों की संख्या पुरुषों से अधिक हो गई है। लिबरल लेबर पार्टी की सोराया पेक मैसन द्वारा ट्रेवर मलार्ड की जगह मंगलवार को शपथ ग्रहण करते ही न्यूजीलैंड की संसद में महिलाओं की संख्या 60 हो गई जबकि पुरुष सांसद 59 हैं।

By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Wed, 26 Oct 2022 11:43 PM (IST)
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न्यूजीलैंड में महिला सांसदों की संख्या पुरुषों से अधिक
वेलिंगटन, एपी। न्यूजीलैंड के इतिहास में पहली बार महिला सांसदों की संख्या पुरुषों से अधिक हो गई है। लिबरल लेबर पार्टी की सोराया पेक मैसन द्वारा ट्रेवर मलार्ड की जगह मंगलवार को शपथ ग्रहण करते ही न्यूजीलैंड की संसद में महिलाओं की संख्या 60 हो गई, जबकि पुरुष सांसद 59 हैं। दरअसल, पूर्व स्पीकर ट्रेवर मलार्ड के आयरलैंड का राजदूत बन जाने और एक और पुरुष सांसद के त्यागपत्र के बाद यह संयोग बना है। इस अवसर पर पेक मैसन ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि यह मेरे लिए एक खास दिन है, जबकि न्यूजीलैंड के लिए ऐतिहासिक है।

कई अन्य देशों में भी है महिलाओं की ज्यादा संख्या

अंतर संसदीय संघ के अनुसार, इस वर्ष यह मील का पत्थर हासिल करने का दावा करने वाले न्यूजीलैंड समेत विश्व के आधा दर्जन देश हैं। संसद में 50 प्रतिशत से अधिक महिला सांसदों का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य देशों में क्यूबा, मेक्सिको, निकारागुआ, रवांडा और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। अंतर संसदीय संघ के अनुसार, विश्व में महिला सांसदों की संख्या 26 प्रतिशत से अधिक हैं। 1893 में महिलाओं को मतदान करने की अनुमति देने वाला न्यूजीलैंड पहला देश था। वर्तमान प्रधानमंत्री जेसिडा अर्डर्न देश की तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं।

महिला प्रतिनिधित्व का मजबूत इतिहास

न्यूजीलैंड में मजबूत महिला प्रतिनिधित्व का इतिहास रहा है। 1893 में, यह महिलाओं को वोट देने की अनुमति देने वाला पहला राष्ट्र बना। वर्तमान प्रधान मंत्री जैसिंडा अर्डर्न देश की तीसरी महिला नेता हैं, और महिलाएं वर्तमान में न्यूजीलैंड के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और गवर्नर-जनरल सहित कई अन्य शीर्ष भूमिकाएँ भी निभाती हैं। कंजर्वेटिव नेशनल पार्टी की उप नेता निकोला विलिस ने कहा, "मैं वास्तव में खुश हूं कि मेरी बेटियां ऐसे देश में बढ़ रही हैं जहां सार्वजनिक जीवन में महिलाओं का समान रूप से प्रतिनिधित्व किया जा रहा है।"