ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो की उम्मीदों पर फिरा पानी, अदालत ने 2030 तक चुनाव लड़ने पर लगाई रोक
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को बड़ा झटका लगा है। देश की सर्वोच्च चुनावी अदालत ने उनके 2030 तक चुनाव लड़ने से रोक दिया है। बोल्सोनारो को पिछले साल के चुनाव अभियान के दौरान अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने और सार्वजनिक मीडिया का दुरुपयोग करने का दोषी पाया गया था। अदालत के फैसले से उनके आगामी 2026 के चुनाव में राजनीतिक वापसी की कोई भी उम्मीद समाप्त हो गई।
ब्रासीलिया, एजेंसी। ब्राजील की सर्वोच्च चुनावी अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को 2030 तक राजनीतिक पद के लिए दौड़ने से रोक दिया है। बोल्सोनारो को पिछले साल के चुनाव अभियान के दौरान अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने और सार्वजनिक मीडिया का दुरुपयोग करने का दोषी पाया गया था।
सात में से पांच जजों ने ठहराया दोषी
पूर्व राष्ट्रपति को सात में से पांच जजों द्वारा दोषी पाया गया, जिससे आगामी 2026 के चुनाव में राजनीतिक वापसी की कोई भी उम्मीद प्रभावी रूप से समाप्त हो गई। दो न्यायाधीशों ने फैसले के खिलाफ मतदान किया, जो बोल्सोनारो को आठ साल तक सार्वजनिक पद के लिए दौड़ने से रोकता है।
क्या है पूरा मामला?
सीएनएन के अनुसार, यह मामला जुलाई 2022 में विदेशी राजदूतों के साथ हुई बोल्सोनारो की बैठक से उपजा है, जिसमें उन्होंने ब्राजील की चुनावी प्रणाली के बारे में गलत जानकारी फैलाई और पिछले साल के अस्थिर चुनाव से पहले इसकी विश्वसनीयता को सवालों के घेरे में ला दिया। बैठक को आधिकारिक टेलीविजन चैनलों और यूट्यूब पर लाइवस्ट्रीम किया गया। हालांकि, YouTube ने अपनी फर्जी समाचार नीति का अनुपालन नहीं करने के कारण इवेंट की लाइव स्ट्रीम को हटा दिया।
बेनेडिटो गोंकाल्वेस ने लिखी बहुमत की राय
मुकदमे में बहुमत की राय न्यायमूर्ति बेनेडिटो गोंकाल्वेस द्वारा लिखी गई थी, जिन्होंने कहा था कि बोल्सोनारो ने राजदूतों के साथ बैठक का इस्तेमाल 'संदेह फैलाने और साजिश के सिद्धांतों को उकसाने' के लिए किया था। दो रूढ़िवादी-झुकाव वाले जजों ने असहमति जताई।
बोल्सोनारो के लंबे समय से विरोधी और अदालत की अध्यक्षता करने वाले जस्टिस एलेक्जेंडर डी मोरेस ने सबसे अंत में अपना वोट डाला। उन्होंने कहा कि बोल्सोनारो ने राजदूतों को दिए अपने 'कट्टरपंथी' भाषण में 'झूठ और धोखाधड़ी वाली खबरों की श्रृंखला' फैलाई थी।
मोरेस ने फैसले के पक्ष में मतदान करने के बाद कहा, "आइए हम अपने लोकतंत्र और कानून के शासन में अपने विश्वास की पुष्टि करें।" उन्होंने कहा कि वोट के साथ ब्राजील के अधिकारी दिखाएंगे कि वे राज्य की शक्तियों पर हमला करने वाले आपराधिक उग्रवाद, फर्जी समाचार, मतदाताओं को धोखा देने के लिए दुष्प्रचार को बर्दाश्त नहीं करते हैं।
अदालत के फैसले से बोल्सोनारो हैरान
अदालत का फैसला बोल्सोनारो के लिए हैरानी भरा है। अक्टूबर में हुए चुनाव में वे वामपंथी प्रतिद्वंद्वी लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा से मामूली अंतर से हार गए थे। ब्राजील में कई लोग बोल्सोनारो पर नतीजे को पलटने के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन खड़ा करने का आरोप लगाते हैं, जिसकी परिणति आठ जनवरी को उनके हजारों समर्थकों द्वारा ब्रासीलिया में सरकारी इमारतों पर आक्रमण के रूप में हुई।
वहीं, लूला की टीम ने नतीजे का जश्न मनाया। न्याय मंत्री फ्लेवियो डिनो ने ट्वीट किया, "टीएसई परीक्षण से कुछ महत्वपूर्ण संदेश आते हैं: सार्वजनिक कार्य करने के लिए झूठ बोलना एक वैध उपकरण नहीं है और राजनीति जंगल के कानून द्वारा शासित नहीं होती है।"
बोल्सोनारो ने गलत काम करने से इनकार किया है। उनके वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का वादा किया है, जिसके सफल होने की संभावना नहीं है।
पीठ में घोंपा गया छूरा: बोल्सोनारो
शुक्रवार को बोल्सोनारो ने इस फैसले को 'पीठ में छुरा घोंपना' बताया और कहा कि वह ब्राजील में दक्षिणपंथी राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए काम करते रहेंगे। हालांकि, टीएसई का निर्णय बोल्सोनारो की परेशानियों का अंत नहीं है। वह अभी भी कई आपराधिक जांचों का सामना कर रहा है, जो उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है।
अपनी पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं बोल्सोनारो
बोलसोनारो की 2026 में लूला को हराने की अपनी उम्मीदें खत्म हो सकती हैं, लेकिन वह उम्मीदवार के रूप में अपनी पत्नी मिशेल का समर्थन करेंगे। मिशेल एक राजनीतिक नौसिखिया हैं, लेकिन एक घोषित इंजील ईसाई है, जो लूला से सावधान रहने वाले धार्मिक अधिकार के बीच समर्थन जीत सकती है।
फैसले के बाद मिशेल ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ''हमारा सपना पहले से कहीं अधिक जीवंत है। मैं आपके आदेश पर हूं, मेरे कप्तान।" और वह अभी भी वापसी कर सकते हैं।
लूला हाल ही में 2019 में जेल में थे, जब उनकी भ्रष्टाचार की सजा को पलट दिया गया था। वह अब राष्ट्रपति हैं। अर्को एडवाइस के विश्लेषकों ने कहा कि बोल्सोनारो को अभी भी भरपूर राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। उनका अभी भी दक्षिणपंथ-केंद्र दक्षिणपंथ में कोई विकल्प नहीं है। इसलिए वे पूर्व राष्ट्रपति राष्ट्रपति लूला के मुख्य प्रतिद्वंद्वी बने हुए हैं।"
बोल्सोनारो को कई मुद्दों पर करना पड़ा आलोचना का सामना
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लंबे समय से प्रशंसक रहे बोल्सोनारो के कार्यकाल के दौरान अमेजन वर्षावन के उनके कमजोर प्रबंधन, कोविड-19 प्रतिबंधों के प्रति उनके अहस्तक्षेप दृष्टिकोण और ब्राजील की चुनावी प्रणाली पर उनके साक्ष्य-मुक्त हमलों को लेकर अंतरराष्ट्रीय आलोचना हुई थी। एक तरफ, जहां बोल्सोनारो को चुनावी अदालत की जांच का सामना करना पड़ा। वहीं, उनके कई सहयोगियों से आठ जनवरी के दंगों की कांग्रेस जांच में कानूनविदों द्वारा पूछताछ की जा रही है।