France: फ्रांस में 2 लाख से अधिक लोग सड़कों पर उतरे, निकाला शांतिपूर्ण मार्च; नेताओं ने भी लिया भाग
इजरायल-हमास युद्ध के बीच फ्रांस भर में 180000 से अधिक लोगों ने बढ़ती यहूदी विरोधी भावना के खिलाफ मार्च निकाला। कड़ी सुरक्षा में निकाले गए इस मार्च में दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन ने भी भाग लिया। इस मार्च में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने भाग नहीं लिया लेकिन विरोध के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया। आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि कम से कम 182000 लोगों ने मार्च किया।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Mon, 13 Nov 2023 09:51 AM (IST)
एपी, पेरिस। Israel-Hamas War: गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के जवाबी हमले को एक माह से ज्यादा का समय हो गया है। इस बीच कई देशों में बढ़ती यहूदी विरोधी भावना के विरोध में मार्च निकाले जा रहे है।
ताजा मामला फ्रांस की राजधानी पेरिस का है, जहां बढ़ते यहूदी विरोधी भावना के विरोध में पूरे फ्रांस में 180,000 से अधिक लोगों ने रविवार (12 नवंबर) को शांतिपूर्ण मार्च निकाला। कड़ी सुरक्षा में निकाले गए इस मार्च में दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन ने भी भाग लिया। इस मार्च में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने भाग नहीं लिया, लेकिन विरोध के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।
182,000 लोगों ने फ्रांस के कई शहरों में निकाला मार्च
आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि संसद के ऊपरी और निचले सदनों के नेताओं द्वारा शुरू किए गए आह्वान के जवाब में कम से कम 182,000 लोगों ने फ्रांसीसी शहरों के कई शहरों में मार्च किया। इस दौरान किसी बड़ी घटना की सूचना नहीं है। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, इस मार्च में लगभग 3 हजार पुलिस सैनिकों को तैनात किया है। बता दें कि हमास के खिलाफ इजरायल के जवाबी कार्वाई के बाद से फ्रांस में यहूदी विरोधी कृत्यों में चिंताजनक वृद्धि देखने को मिली है।'हम सब एक साथ हैं'
इस मार्च में हमास के शुरुआती हमले में लगभग 40 फ्रांसीसी नागरिकों में से कुछ के परिवार के सदस्यों और लापता या बंधक बनाए गए लोगों ने भी हिस्सा लिया। फ्रांस में सीआरआईएफ के नाम से मशहूर यहूदी संस्थानों की प्रतिनिधि परिषद के अध्यक्ष योनाथन अरफी ने कहा कि उन्हें रविवार के समर्थन प्रदर्शन से प्रोत्साहन मिला है।इजरायली और फ्रांसीसी अभिनेता तोमर सिसली ने जोर देकर कहा कि एकजुटता का विशाल प्रदर्शन साबित करता है कि अधिकांश फ्रांसीसी नागरिक किसी भी धार्मिक और जातीय समूह के खिलाफ हिंसा और नफरत के खिलाफ हैं। सिसली ने कहा, 'हम यहूदी नहीं हैं, हम मुसलमान नहीं हैं, हम ईसाई नहीं हैं।" "हम फ्रांसीसी हैं और हम यहां यह दिखाने के लिए हैं कि हम सब एक साथ हैं।'