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फ्रांस में पेंशन सुधारों के खिलाफ प्रदर्शन जारी, किंग चा‌र्ल्स तृतीय की यात्रा करनी पड़ी स्थगित

France Pension Reforms फ्रांस में कई जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन के कारण शुक्रवार को ट्रेन सेवा प्रभावित रही। फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान हिंसा में 441 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए और इसी प्रदर्शन के कारण किंग चा‌र्ल्स की यात्रा स्थगित करनी पड़ी।

By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sat, 25 Mar 2023 12:06 AM (IST)
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France Pension Reforms फ्रांस में हिंसक प्रदर्शन जारी।
पेरिस, एपी। फ्रांस में पेंशन सुधारों से नाराज प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को भी विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के कारण ब्रिटेन के किंग चा‌र्ल्स तृतीय की प्रस्तावित राजकीय यात्रा को स्थगित करना पड़ा। विरोध प्रदर्शन के कारण शुक्रवार को ट्रेन सेवा प्रभावित रही। फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने शुक्रवार को कहा कि प्रदर्शन के दौरान हिंसा में 441 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।

श्रमिक संगठनों ने मंगलवार को हड़ताल का आह्वान किया है। इसके चलते मैक्रां के कार्यालय ने घोषणा की कि किंग चा‌र्ल्स तृतीय की राजकीय यात्रा स्थगित कर दी गई है। किंग चा‌र्ल्स तृतीय सम्राट के रूप में अपनी पहली राजकीय यात्रा पर रविवार को फ्रांस आने वाले थे। वहीं, इस विरोध के कारण 450 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। फ्रांस की संसद ने पेंशन सुधार विधेयक पारित किया है। इसके तहत सेवानिवृत्ति की आयु 62 से बढ़ाकर 64 कर दी गई है।

सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने से फ्रांसीसी लोग राष्ट्रपति से नाराज

फ्रांस में नई पेंशन सुधार योजना के चलते फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के खिलाफ नाराजगी है। सैंकड़ों लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन से अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। नई पेंशन योजना में ज्यादातर श्रमिकों के लिए सेवानिवृत्ति आयु 62 से बढ़ाकर 64 करने का प्रस्ताव है। लोग इससे भी नाराज हैं कि योजना को सदन में मतदान के बिना लागू किया जा रहा है।

फ्रांस में हिंसा और आगजनी में 149 पुलिसकर्मी घायल 

उधर फ्रांस में नई पेंशन योजना के विरोध होने वाले प्रदर्शनों में व्यापक हिंसा के समाचार हैं। फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने बताया कि प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में 149 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए और 172 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पूरे फ्रांस में कई जगह प्रदर्शनकारियों और पुलिस कार्मिकों में भिड़ंत हुई और कई जगह आगजनी की घटनाएं हुईं।

मैक्रॉन ने कहा पुरानी पेंशन का बोझ नहीं उठा सकता फ्रांस

द न्यूयॉर्क टाइम्स का कहना है कि मैक्रॉन की पार्टी और उनके सहयोगियों का निचले सदन में चूंकि बेहद कम बहुमत हैं, इसलिए उन्होंने इस योजना पर सदन में मतदान करने के बजाय अनुच्छेद 49.3 से इसे आगे बढ़ाने का मार्ग चुना। इसमें विधेयक को सदन में मतदान के बिना पारित किया जा सकता है। मैक्रॉन का कहना है कि फ्रांस की पेंशन प्रणाली नाजुक स्थिति में है। उनके अनुसार औसत उम्र बढ़ने से पेंशन पर होने वाला खर्च बढ़ रहा है और इसे वहन करना लगातार मुश्किल होता जा रहा है। वहीं सर्वेक्षणों में यह बात सामने आई है कि लगभग दो-तिहाई फ्रांसीसी लोग नई पेंशन योजना के खिलाफ हैं।