G20 Summit 2022: बाइडन से बोले चिनफिंग, मैं चीन-अमेरिका संबंधों को पटरी पर लाने के लिए उत्सुक हूं
इंडोनेशिया में जी-20 शिखर सम्मलेन से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग के बीच बाली में द्विपक्षीय बैठक हुई। बैठक के दौरान चिनफिंग ने बाइडन से कहा कि वे चीन-अमेरिका संबंधों को पटरी पर लाने के लिए उत्सुक हैं।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 14 Nov 2022 07:01 PM (IST)
बाली, रायटर। G-20 Summit 2022: चीनी नेता शी जिनपिंग (Chinese Leader Xi Jinping) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) की सोमवार को जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले मुलाकात हुई। इस मुलाकात की लंबे समय से प्रतीक्षा की जा रही है। बैठक के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि वह स्वस्थ और स्थिर विकास के सात चीन-अमेरिका संबंधों को पटरी पर लाने के लिए तत्पर हैं।
'मैं आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं'
चिनफिंग ने बाइडन से कहा, 'आज की हमारी बैठक में मैं चीन-अमेरिका संबंधों में रणनीतिक महत्व के मुद्दों पर विचारों का स्पष्ट और गहन आदान-प्रदान करने के लिए तैयार हूं। मैं स्वस्थ और स्थिर विकास के लिए चीन-अमेरिका संबंधों को पटरी पर लाने के लिए आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं।'
किस पक्ष से कौन-कौन हुआ शामिल
जो बाइडन के अलावा, अमेरिकी पक्ष में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन और संयुक्त राज्य अमेरिका के पीपुल्स रिपल्बिक आफ चाइना के राजदूत निकोलस बर्न्स शामिल थे। वहीं, शी चिनफिंग के साथ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के जनरल आफिस के निदेशक डिंग जुक्सियांग और विदेश मंत्री वांग यी समेत कई अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।बिना मास्क के नजर आए बाइडन और चिनफिंग
बैठक के दौरान शी चिनफिंग और जो बाइडन दोनों बिना मास्क के नजर आए, जबकि उनके साथ शामिल हुए अन्य अधिकारियों ने मास्क पहना हुआ था। बाइडन ने अपनी शुरुआती टिप्पणी में कहा, मैं व्यक्तिगत रूप से आपके और मेरे बीच संचार की लाइनों को खुला रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
'दुनिया हमारी मुलाकात पर दे रही ध्यान'
शी चिनफिंग ने कहा कि दुनिया उनके और बाइडन के बीच हो रही मुलाकात पर ध्यान दे रही है। दोनों प्रमुख देशों के नेताओं के रूप में हमें अमेरिका-चीन संबंधों के लिए सही दिशा तय करने की जरूरत है। हमें द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए सही दिशा खोजने की जरूरत है। दुनिया उम्मीद करती है कि चीन और अमेरिका रिश्ते को ठीक से संभालेंगे।